गांधीनगर: राज्य सरकार ने गुजराती भाषा नहीं पढ़ाने वाले स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है. राज्य सरकार ने कहा कि बच्चों को गुजरात भाषा नहीं पढ़ाने वाले स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.
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गुजराती साहित्यकारों ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार से शिकायत की थी. उसके बाद सरकार ने कहा कि ऐसे स्कूलों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा जो गुजरात भाषा को नहीं पढ़ाते हैं. प्रवक्ता मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा गुजराती भाषा को अनिवार्य होने का आदेश देने के बाद भी कुछ निजी स्कूलों ने इसका उल्लंघन किया है. इस तरह की शिकायत सहित्यकारों और विशेषज्ञों से प्राप्त हुई है.
राज्य में प्राथमिक विद्यालयों में गुजराती भाषा के शिक्षण पर एक सार्वजनिक जनहित याचिका भी दायर की गई थी, जिस पर गुजरात उच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार को एक नोटिस जारी किया था. याचिका पर आरोप लगाया गया था कि गुजराती भाषा केंद्रीय स्कूलों में नहीं सिखाई जाती है.
उच्च न्यायालय ने सवाल किया कि गुजराती नहीं पढ़ाने वाले स्कूलों के खिलाफ किस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं, जिसके जवाब में सरकार की ओर से कहा गया कि ऐसे स्कूल संचालकों को नोटिस जारी कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. विश्व मातृ भाषा दिवस की घोषणा से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए सरकार के प्रवक्ता मंत्री ने कहा कि ऐसे स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
21 फरवरी विश्व मातृ भाषा दिवस अहमदाबाद में मनाया जाएगा
विश्व मातृ भाषा दिवस का राज्य स्तरीय उत्सव अहमदाबाद में आयोजित किया जाएगा. यह 21 फरवरी को मनाया जाएगा. जिसमें प्रसिद्ध गुजराती भाषा की किताबों और ग्रंथों को लेकर दो किलोमीटर की यात्रा निकालने की तैयारी की जा रही है. प्रसिद्ध कवि और लेखक इस कार्यक्रम में अपने विचार प्रस्तुत करेंगे. इसके अलावा गुजराती भजन, गाने, उर्मीगीत, लोक गीत को शिक्षकों की संगीत टीम द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा.
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