सूडान में चल रहे गृहयुद्ध के कारण करीब 4000 भारतीय फंसे हुए हैं. ज्यादातर भारतीय खार्तूम शहर में फंसे हुए हैं. यहां की स्थिति बेहद नाजुक है. कल से लगातार हो रही फायरिंग और गोलाबारी के चलते जीवन की बुनियादी जरूरत की चीजें भी खत्म हो गईं हैं. केरल के परिवारों की हालत इतनी गंभीर है कि उन्हें पीने का पानी तक नहीं मिल रहा है.
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उन्होंने कहा कि हवाई हमले से पानी और बिजली के स्रोतों को सीधा नुकसान हुआ है और उसकी वजह से हमारी स्थिति और नाजुक हो गई है. लगातार जारी हमलों के कारण हवाई अड्डे को भी बंद कर दिया गया है. हमें लगातार घर पर रहने के लिए कहा जा रहा है, बाहर सन्नाटा है. कई परिवार बिना भोजन और पानी के बंकरों में फंसे हुए हैं. पता नहीं ऐसा कब तक चलेगा.
उल्लेखनीय है कि सूडान में दो सैन्य शक्तियों के प्रमुखों के बीच चल रहे गृह युद्ध के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है. यह स्थिति कब तक रहेगी कोई नहीं जानता. करीब 4000 भारतीय अब भी वहां फंसे हुए हैं. इस मामले को लेकर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि दिल्ली में हमारी टीम सूडान में भारतीयों के साथ लगातार संपर्क में है और उन्हें शांत रहने और अनावश्यक जोखिम न लेने की सलाह दे रही है. हमें स्थिति के ठीक होने का इंतजार करना होगा. मुझे उम्मीद है कि यह सारे प्रयास कुछ रंग लाएंगे.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमारी बैठक बहुत अच्छी रही, अधिकांश बैठक सूडान की स्थिति पर थी. हमने जी20, यूक्रेन आदि पर भी चर्चा की लेकिन हमारी अधिकांश चर्चा सूडान को लेकर हुई. सूडान में संयुक्त राष्ट्र युद्धविराम स्थापित करने के प्रयास कर रहा है क्योंकि इस समय जब तक युद्धविराम नहीं होता तब तक लोगों के लिए निकलना सुरक्षित नहीं है.
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