अहमदाबाद: रामचरितमानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री के बयान पर विवाद खड़ा हो गया है, वहीं दूसरी ओर अहमदाबाद नगर निगम प्रबंधित स्कूल बोर्ड ने भगवत गीता पढ़ाने का फैसला किया है. अहमदाबाद नगर निगम के अंतर्गत आने वाले सभी स्कूलों में बच्चे गीता के श्लोक सीखेंगे. अहमदाबाद म्युनिसिपल स्कूल बोर्ड के मुताबिक, स्कूल में छात्रों को भगवत गीता पढ़ाई जाएगी. छात्र भगवत गीता के सार और श्लोकों को पढ़ेगा, जिससे बच्चों को भारत के दर्शन को समझने में मदद करेगा.
Advertisement
Advertisement
अहमदाबाद के मेयर किरीट परमार की मौजूदगी में स्कूल बोर्ड ने यह घोषणा की. इस मौके पर नगर निगम स्कूल बोर्ड के लिए 1071 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया. इसके अलावा खेल गतिविधियों में उनकी भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा. पिछले साल मार्च में गुजरात सरकार ने स्कूलों में गीता पढ़ाने का फैसला किया था. तत्कालीन शिक्षा मंत्री जीतू वाघानी ने कहा कि भगवत गीता को कक्षा छह से आठवीं तक की पाठ्य पुस्तकों में कहानियों और पाठों के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा, वाघानी ने कहा था कि यह निर्णय शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से राज्य के स्कूलों में लागू किया जाएगा. अहमदाबाद नगर निगम के तहत आने वाले स्कूलों में नए सत्र से इसे लागू करने का फैसला किया गया था.
बोर्ड में 459 स्कूल
अहमदाबाद में नगर निगम द्वारा संचालित स्कूलों की संख्या 459 है. पांच माध्यम वाले इस स्कूल में 1.66 लाख छात्र हैं. एएमसी प्राथमिक शिक्षा समिति के अध्यक्ष डॉ. सुजय मेहता ने कहा कि बोर्ड के ड्राफ्ट बजट को कुछ दिन पहले ही मंजूरी मिली थी, जिसमें 1067 करोड़ रुपये थे. जिसमें चार करोड़ की वृद्धि के बाद 1071 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया है. डॉक्टर सुजय मेहता ने कहा कि शहर में 60 स्मार्ट स्कूल हैं, इनकी संख्या भी बढ़ाई जाएगी. इसके अलावा मेहता ने दावा किया कि बोर्ड के स्कूलों में अध्ययन के स्तर में सुधार के कारण 9600 बच्चे निजी स्कूल छोड़कर नगर निगम के स्कूलों में शामिल हुए हैं.
31 जनवरी से 6 अप्रैल तक चलेगा संसद का बजट सत्र, 66 दिन में होंगी कुल 27 बैठकें
Advertisement