वडोदरा: गुजरात पंचायत सेवा चयन बोर्ड जूनियर क्लर्क परीक्षा लीक मामले में वडोदरा की अदालत ने 15 आरोपियों को 10 फरवरी तक पुलिस की रिमांड पर भेज दिया है. गुजरात एटीएस ने पेपर लीक मामले के आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 14 दिन की रिमांड मांगी थी. कोर्ट ने आरोपियों का 12 दिन का रिमांड मंजूर किया है.
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जूनियर क्लर्क पेपर लीक मामले के आरोपियों को वडोदरा की अदालत में पेश किया गया था. गुजरात एटीएस ने 14 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने आरोपियों के 12 दिन का रिमांड मंजूर किया है. मुख्य आरोपी जीत नायक को गुजरात एटीएस की टीम हैदराबाद से अहमदाबाद ले आई है. जीत नायक ने ही पेपर चुराकर प्रदीप को दे दिया था.
गुजरात एटीएस हैदराबाद, उड़ीसा और बिहार जाकर जांच करेगी. संभावना जताई जा रही है कि इस मामले में उत्तर गुजरात और वडोदरा के कुछ और लोगों के नाम सामने आ सकते हैं. वडोदरा के भास्कर चौधरी और जीत नायक समेत मुख्य साजिशकर्ताओं ने यह सौदा था, पुलिस इस दिशा में भी जांच करेगी कि आरोपियों ने किन-किन लोगों को प्रश्नपत्र दिया था.
एनएसयूआई ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ जांच की मांग की
जूनियर क्लर्क परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद अहमदाबाद के मणिनगर इलाके में यूथ कांग्रेस द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया. विशाल गुर्जर, गौरव मकवाना समेत यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता बिना पुलिस की अनुमति के विरोध कर रहे थे, इसलिए पुलिस ने एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता मांग कर रहे हैं कि पेपर लीक मामले में निष्पक्ष जांच हो और मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया जाए और जांच के लंबित रहने के दौरान बोर्ड के सभी सदस्यों, कर्मचारी-अधिकारियों को निलंबित या छुट्टी पर रखा जाना चाहिए. इतना ही नहीं ऐसे में मामलों में शामिल लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए.
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