दिल्ली: नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामला में सीबीआई आज बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से पूछताछ करेगी. इस मामले में लालू परिवार के सदस्यों समेत सभी 16 आरोपियों को विशेष अदालत पहले ही जमानत दे चुकी है. हाल ही में सीबीआई ने राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी पूर्व सीएम राबड़ी देवी से भी पूछताछ की थी. उसके बाद तेजस्वी यादव को सीबीआई ने पेश होने के लिए कहा था लेकिन पत्नी की तबीयत खराब होने के कारण वह पेश नहीं हुए थे.
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बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सीबीआई दफ्तर पहुंच चुके हैं. लेकिन उससे पहले उन्होंने कहा कि मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि एजेंसियां जांच कर रही हैं, हमने उसमें शुरू से ही सहयोग किया है. लेकिन जो देश में माहौल है वो आप देख ही रहे हैं. झुकना बहुत आसान है और लड़ना बहुत मुश्किल है. लेकिन हम लड़ेंगे और जीतेंगे.
क्या है नौकरी के बदले जमीन घोटाले का मामला
सीबीआई का कहना है कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे तब नौकरी के बदले कथित जमीन घोटाला हुआ था. आरोप है कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए गुपचुप तरीके से पटना के 12 लोगों को ग्रुप डी की नौकरी दी थी और उनसे पैसे की मांग की थी. उनके परिवार वालों ने पटना में जमीन की रजिस्ट्री कराई थी. सीबीआई का दावा है कि प्लॉट लालू यादव की पत्नी रबडी देवी, बेटी मीसा भारती और हेमा यादव के नाम पर दर्ज थे और जमीन की नाममात्र की कीमत नकद में अदा की गई थी. इतना ही नहीं आवेदन के तीन दिन के भीतर नौकरी भी दे दी गई थी.
सीबीआई मामले के सभी आरोपियों से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वे घोटाले के बारे में कितना जानते हैं. सीबीआई पहले ही साफ कर चुकी है कि तेजस्वी यादव को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, सिर्फ उनका बयान दर्ज किया जाना है. तेजस्वी यादव ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर अपील की थी कि उन्हें पूछताछ से छूट दी जाए. हालांकि, हाई कोर्ट ने उनकी अपील को स्वीकार नहीं किया.
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