गांधीनगर: मोरबी झूलता पुल दुर्घटना मामले में जेल की हवा खा रहे जयसुख पटेल की अचानक तबीयत बिगड़ने की वजह से उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मिल रही जानकारी के अनुसार पटेल को अचानक सीने में दर्द शुरू होने की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हादसे के बाद से आरोपी जेल की हवा खा रहा और कई बार जमानत याचिका दाखिल कर चुका है.
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ओरेवा कंपनी का मालिक जयसुख पटेल जेल की कोठी 9 में बंद है. उसे घर का खाना दिया जा रहा है. जयसुख पटेल जेल से लगातार जमानत के लिए आवेदन कर रहा है. इस बीच जानकारी सामने आ रही है आज सीने में दर्द के कारण उसे इलाज के लिए मोरबी अस्पताल ले जाया गया. मोरबी अस्पताल के डॉक्टर ने उन्हें न्यूरो सर्जन से जांच कराने की सलाह दी है.
मोरबी झूलाता पुल हादसे का आरोपी जयसुख पटेल फिलहाल जेल में है. वह लगातार जमानत के लिए अर्जी लगा रहा है. लेकिन उसकी तमाम जमानत याचिका को खारिज कर दिया जा रहा है. कल भी मोरबी कोर्ट में जमानत याचिका पर सुनवाई हुई थी. इस मामले की अगली सुनवाई 15 अप्रैल को होगी.
मोरबी पुल गिरने से 135 लोगों की मौत
गौरतलब है कि 30 अक्टूबर 2022 को मोरबी में झुलता पुल गिरने से 135 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. इस त्रासदी ने 1979 में मच्छू बांध आपदा की याद दिला दी थी. पुल की मरम्मत का ठेका घड़ी बनाने वाली एक कंपनी को दिया गया था, जिसकी लापरवाही से कई लोगों की जान चली गई थी. यह त्रासदी उस समय हुई जब गुजरात में विधानसभा चुनाव की तैयारी चल रही थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस त्रासदी पर दुख व्यक्त किया और तुरंत मोरबी पहुंचकर मरीजों से मिले और मृतकों के परिजनों को मुआवजे की घोषणा की. छठ पूजा के दिन पुल पर भारी भीड़ जमा होने के कारण तार टूट गया और पुल नदी में गिर गया था. हादसे के वक्त पुल पर करीब 500 लोग मौजूद थे.
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