सिक्किम में हिमस्खलन से अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है. अन्य फंसे लोगों के लिए बचाव कार्य जारी है. हालांकि, मौसम बचाव कार्यों में बाधा डाल रहा है. सिक्किम के सोंगमो में नाथुला दर्रे के पास एक घातक हिमस्खलन के चंगुल में फंसे पर्यटकों को बचाने के लिए युद्धस्तर पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है. हालांकि, मंगलवार रात रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया था. बचाव कार्य आज सुबह फिर से शुरू कर दिया गया है.
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त्रिशक्ति कोर, भारतीय सेना के सैनिकों ने सिक्किम में माइलस्टोन 15 के पास गंगटोक-नाथुला रोड पर एक बचाव अभियान चलाया, जहां हिमस्खलन हुआ था, जिसमें 7 लोगों की मृत्यु हो गई थी. सिक्किम के स्पेशल डीजीपी अक्षय सचदेवा के मुताबिक हिमस्खलन 13वें माइल पर आया था. हमने सिर्फ 15वें माइल तक पास जारी किया था, जो सुरक्षित रेंज है लेकिन कुछ पर्यटक ज्यादा ऊपर चले गए थे. हमारी कोशिश है कि हम ज्यादा लोगों को ज़िंदा बाहर निकालें. अब तक हम 11 लोगों को अस्पताल भेज चुके हैं.
सीएम ने जताया शोक
इस हादसे को लेकर सिक्किम CM प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि यह एक दुखद घटना है. राज्य और NDRF के अधिकारियों द्वारा बचाव अभियान चलाया गया, 7 लोगों की मृत्यु हुई है. हम पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि मृतक कहां से थे. यदि और पर्यटकों के फंसे होने की जानकारी मिलती है तो हम बचाव अभियान जारी रखेंगे.
अब तक 14 लोगों को बचा लिया गया है
सेना ने कहा कि सिक्किम के गंगटोक-नाथू ला रोड पर मंगलवार दोपहर हिमस्खलन में कम से कम सात पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि कुछ के बर्फ में दबे होने की आशंका है. भारतीय सेना ने अब तक करीब 14 लोगों को मौके से बचा लिया है और बाकी 20-30 पर्यटकों के अभी भी पांच-छह वाहनों के साथ बर्फ में फंसे होने की आशंका है. बचाए गए लोगों को निकटतम सैन्य चिकित्सा सुविधा में ले जाया गया, जहां सात की मौत हो गई और शेष सात को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है.
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