लखनऊ: कल देर रात गैंगस्टर अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद की प्रयागराज में मेडिकल के लिए ले जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई. उसके बाद से ही पूरे राज्य में धारा 144 लागू कर दी गई है. पुलिस ने हमला करने वाले हमलावरों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. इस बीच विपक्ष भी इस हत्याकांड को लेकर योगी सरकार पर हमलावर है.
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अतीक और अशरफ अहमद की हत्या पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं शुरू से कह रहा था कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार क़ानून के मुताबिक नहीं बल्कि बंदूक के दम पर चल रही है. हम लोग इसी बात को दोहरा रहे थे लेकिन सबको लगता था कि हम हवाई बातें कर रहे हैं. इससे लोगों में संविधान में विश्वास कम होगा. इस घटना की निंदा करने के लिए शब्द नहीं है.
असदुद्दीन ओवैसी ने मांग करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक कमेटी बननी चाहिए. मैं सुप्रीम कोर्ट से गुज़ारिश करता हूं वह इसका स्वत: संज्ञान ले और इस पर एक समय सीमा में जांच होनी चाहिए. इस कमेटी में उत्तर प्रदेश का कोई भी अधिकारी न हो क्योंकि उनकी मौजूदगी में यह हत्या हुई है. संविधान के मुताबिक उन सब पुलिस वालों को उनकी सर्विस से निकालना चाहिए.
ओवैसी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आप गोली मारकर धार्मिक नारा क्यों लगा रहे हैं? इनको आतंकवादी नहीं कहेंगे तो देश भक्त कहेंगे? क्या यह (भाजपा) फूल का हार पहनाएंगे? जो लोग एनकाउंटर का जश्न मना रहे थे, शर्म से ढूब मरो तुम लोग, कल जो हत्या हुई है उसकी ज़िम्मेदारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की है. अगर उनमें संवैधानिक नैतिकता ज़िंदा है तो उनको अपने पद को छोड़ना पड़ेगा.
इस हत्याकांड को लेकर ओवैसी ने केंद्र की मोदी सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि हम देश के प्रधानमंत्री से पूछना चाहेंगे कि आप कुछ बोलेंगे या नहीं? प्रधानमंत्री भाषण में बोलते हैं कि ‘मेरी सुपारी ली गई है’ अब बताइए की जहां से आप सांसद हैं उस प्रदेश में क्या हो रहा है. भारत का हर नागरिक कल की घटना के बाद गैर-महफूज और कमज़ोर समझ रहा है.
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