ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों के आपस में टकराने के बाद भीषण हादसा हो गया है, इसमें अब तक 238 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 900 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. ट्रेन हादसा के बाद जहां राजनीतिक दल और राजनेता हादसे पर दुख जता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव बुरी तरह घिरे नजर आ रहे हैं. राजनीतिक दलों ने उनके इस्तीफे की मांग शुरू कर दी है. पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस एनसीपी, सीपीआई सहित राजनीतिक दल से जुड़े नेताओं ने रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग की है.
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टीएमसी ने यह बात कही
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पड़ोसी राज्य ओडिशा में हुए भीषण तिहरे ट्रेन हादसे को लेकर कल रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस्तीफे की मांग की है. टीएमसी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार वंदे भारत ट्रेनों और नवनिर्मित रेलवे स्टेशनों के बारे में जनता को गुमराह कर राजनीतिक समर्थन हासिल करने का दावा कर रही है, लेकिन सुरक्षा उपायों की उपेक्षा कर रही है.
सरकार का फोकस सिर्फ लग्जरी ट्रेनों पर: सीपीआई सांसद
सीपीआई सांसद ने आरोप लगाया कि सरकार केवल लग्जरी ट्रेनों पर ध्यान दे रही है. सांसद बिनॉय विश्वम ने कहा है, ‘सरकार का फोकस सिर्फ लग्जरी ट्रेनों पर है. आम लोगों की ट्रेन और ट्रैक की लगातार उपेक्षा की जा रही है, ओडिशा में मौतें इसका परिणाम हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि रेल मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए.
वहीं इस हादसे को लेकर NCP नेता अजीत पवार ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, रेल विभाग को इसकी जांच कर जो दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. रेलवे को यात्रियों की जान को अहमियत देनी चाहिए. पहले रेल मंत्री ऐसे रेल हादसों पर इस्तीफा दे देते थे, लेकिन अब कोई बोलने को तैयार नहीं है.
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