उज्जैन के महाकाल लोक की घटना से संबंधित कांग्रेस का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें तूफान की वजह से कई मूर्तियां खंडित हो गई है. वीडियो सामने आने के बाद संत समुदाय नाराज हो गया है. वीडियो में महाकाल लोक में मूर्तियों के गिरने के संबंध में भगवान शिव और नारद मुनि के पात्रों के बीच बातचीत को दिखाया गया है. इसके अंत में शिव कहते नजर आते हैं कि अब कमलनाथ को लाना ही होगा. 46 सेकेंड के इस वीडियो पर संत समाज ने कहा है कि कांग्रेस को धर्म का मजाक नहीं बनाना चाहिए.
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बता दें कि बीजेपी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला बोला है. पूर्व मंत्री व विधायक पारस जैन ने वीडियो को भ्रामक करार देते हुए कहा कि कांग्रेस का दिमाग खराब हो गया है. बताया जा रहा है कि इस वीडियो को संपादित कर महादेव सीरियल के कुछ हिस्सों को डब किया गया है. इसमें नारद सप्तर्षि की खंडित मूर्तियों को देखकर कहते हैं, महाकाल लोक की यह दुर्दशा, भोलेनाथ आपकी नगरी उज्जयिनी में, इस पर महादेव नाराज हो जाते हैं और कहते हैं, मुझे पता है कि वहां क्या हुआ है, जनता के रक्षक ही भक्षक बन गए हैं, अब कमलनाथ को लाना ही होगा.
संत ने कहा- अगर यह बंद नहीं हुआ तो हम कोर्ट जाएंगे
परमहंस अवधेश पुरी ने कहा कि भगवान शिव और नारद मुनि का इस तरह का दुरुपयोग सनातन धर्म और संस्कृति के खिलाफ है. कांग्रेस को ऐसी चाल चलकर धर्म का मजाक नहीं बनाना चाहिए. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. अगर यह नहीं रुका तो हम कोर्ट जाएंगे. जहां तक भ्रष्टाचार का सवाल है, जांच अभी भी चल रही है. वहीं महामंडलेश्वर शैलेशानंद ने कहा कि हमारी मूर्तियों को भी राजनीति में घसीटा जा रहा है, यह उचित नहीं है. इस तरह के कृत्य से बचना चाहिए.
गौरतलब है कि भोपाल में अभी कल बजरंग सेना के कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हुए थे और कांग्रेस कार्यालय के बाहर जश्न मनाया था. इस मामले को लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य पार्टी प्रमुख कमलनाथ ने कहा था कि बजरंग सेना ने आज कांग्रेस को समर्थन दिया है. उन्होंने सच्चाई का साथ दिया है. वे भी एहसास कर रहे हैं कि मध्य-प्रदेश कहां घसीटा जा रहा है. मैं उनका स्वागत करता हूं. लेकिन अब संत समुदाय की नाराजगी से चुनाव से पहले कांग्रेस की परेशानी बढ़ सकती है.
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