गांधीनगर: चक्रवाती तूफान गुजरात से टकराकर आगे निकल चुका है. लेकिन इस तूफान का असर अब भी गुजरात में दिखाई दे रहा है. मोरबी में तेज हवा के साथ बारिश होने की वजह से कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई. इसके अलावा कच्छ और द्वारका में भी तेज हवा के साथ बारिश हो रही है. मोरबी में भारी बारिश के बाद मच्छू बांध का एक गेट खोल दिया गया है. मूसलाधार बारिश को लेकर मालिया के 19 गांवों को अलर्ट कर दिया गया है.
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कच्छ में जाखौ बंदरगाह के पास लैंडफॉल होने के बाद चक्रवात बिपोरजोय 40 किमी उत्तर पूर्व की ओर बढ़ गया है. गुजरात के ज्यादातर जिलों में तूफान का असर दिख रहा है. 171 तालुकों में बारिश हुई है, कुछ इलाकों में तेज हवा के साथ बारिश हुई, जिससे पेड़ उखड़ गए और कुछ जगहों पर बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई हैं. तूफान के चलते कुछ इलाकों में मूसलाधार बारिश से निचले इलाकों में पानी भर गया है.
अभी भी भारी बारिश का अनुमान
चक्रवात बिपारजोय का प्रभाव अभी तक राज्य में देखा जा रहा है और भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है. कई जिलों में भारी बारिश का अनुमान है जिसमें कच्छ, बनासकांठा, पाटन, उत्तर गुजरात, सौराष्ट्र, पाटन, मेहसाणा, साबरकांठा, गांधीनगर, अहमदाबाद, द्वारका, सुरेंद्रनगर, पोरबंदर, जूनागढ़, राजकोट, जामनगर, अमरेली और मोरबी का नाम शामिल है.
जामनगर के जिला कलेक्टर बीए शाह के मुताबिक चक्रवात बिपरजोय के बाद प्रशासन द्वारा गिरे पेड़ों को सड़कों से हटा लिया गया है. जामनगर तहसील में सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक 119 मिलीलीटर और अन्य तहसील में करीब 30 मिलीलीटर बारिश हुई है. पिछले 24 घंटे में किसी भी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है लेकिन 3 लोगों के घायल और 4 जानवरों के मौत की सूचना है.
अहमदाबाद मौसम विभाग की निदेशक मनोरमा मोहंती ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि चक्रवात की तीव्रता कम हुई है. इसके कारण कच्छ में भारी बारिश हो सकती है. द्वारका, जामनगर, मोरबी में भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना है. पोबंदर, राजकोट सहित कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है. पूरे गुजरात में बारिश होने की संभावना है. कल कच्छ, पाटन, महसाना , बनासकांठा में अतिभारी बारिश हो सकती है.
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