पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले बीजेपी और टीएमसी समर्थकों के बीच झड़प जारी है. राज्य में पंचायत चुनाव 8 जुलाई को होंगे. चुनाव आयोग के मुताबिक चुनाव एक ही चरण में होगा. पंचायत चुनाव के लिए नामांकन 9 जून से शुरू हो चुकी है. राज्य के 22 जिलों के 3 हजार से ज्यादा ग्राम पंचायतों में चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले जारी हिंसा को लेकर सियासत तेज हो गई है, और कांग्रेस-भाजपा ममता सरकार पर हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगा रही हैं.
Advertisement
Advertisement
पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पंचायत चुनाव को लेकर एक बार फिर ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी की तरफ से दहशतगर्दी का माहौल पैदा करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है. बिना तनाव, हिंसा के बंगाल में पंचायत चुनाव होना नामुमकिन है. लोग डरे हुए है, जिन उम्मीदवारों ने नामांकन दर्ज किए हैं उन्हें डर के मारे घर से भागना पड़ रहा है.
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर जारी हिंसा पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जब भी चुनाव होते हैं, हिंसा भड़क जाती है. लेकिन हिंसा रोकने की कोई कोशिश नहीं हो रही क्योंकि सत्ता में बैठी पार्टी हिंसा कर रही है. विपक्षी दल और चुनाव कराने वाले अधिकारी भी मांग कर रहे हैं कि यहां केंद्रीय बल आए पर सरकार और TMC पार्टी ऐसा नहीं चाहती है.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने इस मामले को लेकर कहा कि कुछ गुमराह समूहों और गुमराह व्यक्तियों द्वारा कुछ इलाकों में हिंसा कैसे की गई? मैं फील्ड में गया था क्योंकि मुझे पता है कि किसी भी पदाधिकारी द्वारा दी गई कोई भी रिपोर्ट पूरी नहीं होगी, पक्षपातपूर्ण होगी. जहां कहीं भी हिंसा हुई है, वहां कानून व्यवस्था की समस्या है. मुझे उम्मीद है बंगाल में पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न होगा.
राजस्थान में AAP की एंट्री, केजरीवाल के बयान पर कांग्रेस और भाजपा का पलटवार
Advertisement