पटना: बिहार में शुक्रवार को विपक्षी एकता बैठक होनी है. उससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अल्टीमेटम देकर संशय की स्थिति पैदा कर दी है. मिली जानकारी के मुताबिक केजरीवाल ने कहा है कि अगर कांग्रेस अध्यादेश को लेकर हमारा साथ नहीं देती है तो हम विपक्ष की मीटिंग में शामिल नहीं होंगे. अब उनके इस दावे पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. वहीं दूसरी तरफ विपक्ष दल के नेता आज से ही पटना में पहुंच रहे हैं. PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पटना पहुंच चुकी है.
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कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने अपना फिर से एक नाटकीय बयान दिया है कि कांग्रेस अगर अपना अध्यादेश के मुद्दे पर रुख साफ नहीं करेगी तो वो पटना में कल होने वाली विपक्ष की बैठक में शामिल नहीं होंगे. केजरीवाल जी आपको कोई मिस नहीं करेगा. आप वहां जाए या न जाए, हम लोग तो पहले से ही जानते थे कि विपक्ष की बैठक में न शामिल होने के लिए आप तो बहाने ढूंढ रहे थे. आपको बता दूं कि ये देश की चिंता करने वालों की बैठक है, सौदाबाजों की बैठक नहीं है.
विपक्ष की बैठक पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि 23 जून की बैठक भाजपा शासन के खिलाफ लड़ने और एकता बनाने के लिए है. यह विपक्ष के लिए एक अच्छी शुरुआत होगी.
#WATCH पटना (बिहार): पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विपक्ष की एकता बैठक में शामिल होने के लिए पटना हवाई अड्डे पर पहुंचीं। pic.twitter.com/SFoc7XNYCP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 22, 2023
भाजपा पर तेजस्वी का पलटवार
भाजपा नेताओं के बयान पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि कोई मोदी पर बात नहीं कर रहा, मुद्दे की बात होगी…प्रशासनिक, समाजिक और राजनीतिक मामलों में विपक्ष में कई नेता हैं जो PM मोदी से ज्यादा अनुभवी हैं. विपक्ष में कोई ऐसा नेता नहीं है जो मीडिया द्वारा निर्मित हो, विपक्ष में ऐसे नेता हैं जो जनता के बीच जाते हैं, कोई डर नहीं है. किस बात का डर? अलग-अलग क्यों लड़ना जब हमारे मुद्दे एक हैं. हम सब समान विचारधारा वाली पार्टियां हैं. हम अपने वोट का बिखराव क्यों करें.
लोकतंत्र को नहीं परिवार को बचाने के लिए पटना में हो रहा है सम्मेलन: सुशील कुमार मोदी
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