भारत का तीसरा चंद्रमा मिशन चंद्रयान-3 आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफलतापूर्वक लॉन्च हो गया है. 615 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट के तहत 43.5 मीटर लंबा बाहुबली रॉकेट चंद्रयान के साथ उड़ान भर चुका है. LVM3 इसरो का सबसे बड़ा और भारी रॉकेट है. इसरो वैज्ञानिक इसे प्यार से फैट बॉय कहते हैं. चंद्रमा की ये यात्रा बेहद दिलचस्प होने वाली है. इससे पहले चंद्रयान-2 को लॉन्च करने के लिए GSLV MK-III नाम के रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल किया गया था.
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50 दिन बाद चंद्रमा की सतह पर उतरेगा
वैज्ञानिकों के मुताबिक, चंद्रयान-3 को 16 मिनट की उड़ान के बाद ही रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष यान से बाहर निकाल दिया जाएगा. उस समय ऊंचाई 179 किमी होगी. यान 170 किमी की दूरी पर अण्डाकार पथ पर पृथ्वी की लगभग 5-6 बार परिक्रमा करेगा. कक्षीय गति प्राप्त करने के बाद यह एक महीने की यात्रा पर चंद्रमा की ओर बढ़ेगा. चंद्र कक्षा में यह चंद्र सतह से 100 किमी ऊपर पहुंच जाएगा. यह मिशन करीब 50 दिन की यात्रा के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंडिंग करेगा.
#WATCH आंध्र प्रदेश: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 लॉन्च किया। pic.twitter.com/Jvrfq2gT1c
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 14, 2023
चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण के बाद जश्न
आज भारत ने इतिहास रच दिया है. इसरो ने आंध्र प्रदेश के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान-3 का सफल प्रक्षेपण किया है. इस सफलता को पूरे भारत ने देखा है. इसके साथ ही इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने इस मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों और देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं दी हैं. चंद्रयान के कक्षा में सफल प्रक्षेपण के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में जश्न मनाया गया.
चंद्रयान-3 का सफल प्रक्षेपण के बाद इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की ओर अपनी यात्रा शुरू कर दी है. हमारे LVM3 ने पहले ही चंद्रयान-3 को पृथ्वी के चारों ओर सटीक रूप से स्थापित कर दिया है. हम चंद्रयान-3 के लिए शुभकामनाएं देते हैं ताकि वह आने वाले दिनों में चंद्रमा की ओर सफल यात्रा कर सके.
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी बधाई
इस मौके पर पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर लिखा “चंद्रयान-3 ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय लिखा, यह हर भारतीय के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को ऊपर उठाते हुए ऊंची उड़ान भरता है. यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है. मैं उनकी भावना और प्रतिभा को सलाम करता हूं.
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