नई दिल्ली: आज यानी मंगलवार को दिल्ली में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के सहयोगी दलों की बैठक होने वाली है. बेंगलुरु में विपक्ष की एकता के बीच एनडीए की बैठक सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए शक्ति प्रदर्शन होगी. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. सत्तारूढ़ भाजपा को नए सहयोगियों को खोजने और गठबंधन छोड़ने वाले पुराने सहयोगियों को लुभाने के लिए संघर्ष करना पड़ा है. ऐसे में आज होने वाली एनडीए बैठक में बीजेपी के नए और पुराने दोनों सहयोगियों की मौजूदगी रहेगी.
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मिशन 2024 के साथ कनेक्शन
विपक्ष अक्सर भाजपा पर अपने सहयोगियों को धोखा देना का आरोप लगाती रहती है, इस बीच पार्टी ने तमाम सहयोगियों को एकजुट कर विपक्ष को मुंहतोड़ जवाब देने की कोशिशों में जुट गई है. भाजपा ने जनता दल (यूनाइटेड), उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अकाली दल जैसे अपने पुराने सहयोगियों को खो दिया है. लेकिन शिवसेना शिंदे गुट और अजित पवार की एनसीपी के साथ ही साथ उत्तर प्रदेश से ओपी राजभर, बिहार से जीतनराम मांझी और उपेन्द्र कुशवाहा जैसे नए सहयोगियों को अपने साथ लाने में सफल रही है. बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा पहले ही सभी सहयोगी दलों को एनडीए की बैठक में शामिल होने का न्योता दे चुके हैं.
एनडीए की बैठक में 38 दलों के नेता शामिल होंगे: बीजेपी अध्यक्ष नड्डा
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि मंगलवार को दिल्ली में होने वाली सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन की बैठक में 38 दलों के नेता हिस्सा लेने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की योजनाओं और नीतियों का जनता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने से एनडीए के सहयोगी दलों में भी काफी उत्साह है.
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