दिल्ली: कल से संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है. इससे पहले सर्वदलीय बैठक के दौरान केंद्र सरकार ने सभी दलों से कहा कि सरकार मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है. इस बीच विपक्षी दल के नए गठबंधन ‘इंडिया’ की पहली बैठक कल यानी गुरुवार सुबह होगी. इस बैठक में अलग-अलग मुद्दों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को सदन में घेरने की रणनीति बनाई जाएगी.
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सरकार ने बुधवार को सर्वदलीय बैठक में कहा कि वह 20 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र में नियमों के तहत अनुमोदित और अध्यक्ष द्वारा अनुमोदित हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि सत्र के लिए कुल 32 मुद्दे हैं. सूत्रों के मुताबिक, जोशी ने इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा बुलाई गई बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में कहा कि सरकार मणिपुर में हिंसा पर चर्चा के लिए तैयार है.
बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री ने की
आपको बता दें कि संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू होगा और 11 अगस्त तक चलेगा. मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की. सर्वदलीय बैठक के दौरान केंद्र सरकार ने सभी दलों को जानकारी दी कि सरकार मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है.
सरकार को घेरने की रणनीति बनाएगी विपक्ष
विपक्षी दल के गठबंधन को मंगलवार को नया नाम मिल गया है. नए गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस के नेता संसद के मानसून सत्र में सरकार को घेरने की तैयारी में हैं. ऐसे में विपक्षी दलों का गठबंधन अपनी रणनीति तय करने के लिए कल यानी 20 जुलाई को पहली बैठक करेगा.
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने सर्वदलीय बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ढाई महीने से मणिपुर जल रहा है लेकिन प्रधानमंत्री ने चुप्पी साधी है. कल से सदन भी शुरू होने वाली है, प्रधानमंत्री से गुजारिश है कि अब सदन में आकर बयान दें और हमें भी चर्चा का मौके दें. हम कल स्थगन प्रस्ताव लाना चाहते हैं क्योंकि मणिपुर के हालात दिन पर दिन बदतर होते जा रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि बालासोर हादसे, महंगाई, बेरोजगारी, इंडो-चीन स्थिति और इंडो-चीन ट्रेड में जो असंतुलन हो रहा है, उसपर चर्चा हो. जिस तरह से संघीय ढांचे पर प्रहार हो रहा है उस पर चर्चा होना ज़रूरी है. सत्तारूढ़ पार्टी अगर सदन चलाना चाहती है तो विपक्ष के मुद्दों पर ध्यान देना ज़रूरी है.
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