लखनऊ: उत्तर विधानसभा के मानसून सत्र का आज पांचवां और अंतिम दिन था. आज विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर जमकर वार किया, तो वहीं नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके आरोपों पर जमकर पालटवार किया. दोनों नेताओं के बीच इस मौके पर नोक और झोक भी देखी गई तो वहीं भाषण के दौरान सदन में ठहाके भी खूब लगे.
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मानसून सत्र के आखिरी दिन उत्तर प्रदेश विधानसभा में बोलते हुए समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि ये(भाजपा सरकार) चाल, चरित्र और चेहरे से पहचान बनाने का दावा करते थे और आज पहचान बन गई है नफरत, भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी और महंगाई से…एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था किसानों की मदद के बिना और कृषि क्षेत्र में सुधार के बिना कैसे संभव है? मुख्यमंत्री और भाजपा लगातार समाज और लोगों के बीच दरार पैदा करना चाह रहे हैं… ये लोग बांटो और राज करो की नीति अपना रहे हैं.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि नेता सदन के कार्यालय में काम करने वाले एक कर्मचारी की गाड़ी एक जानवर से टकराने से जान चली गई, अगर उनके लिए सुरक्षा नहीं है तो आम जनता के लिए क्या सुरक्षा है. हर दूसरे दिन हम सोशल मीडिया पर वीडियो देखते हैं कि गली में ‘सांड’ ने एक महिला, बच्चे या बुजुर्ग को उठा कर फेंक दिया. क्या यही एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का सपना है? आप अपने ही ज़िले में एक सांड सफारी बना लो, किसने रोका है आपको.
सीएम योगी ने किया पलटवार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी को प्रदेश में 4 बार मुख्यमंत्री के रूप में काम करने का मौका मिला था, आपने इतने समय तक क्या किया? आपने कोई समाधान नहीं निकाला. मुझे बताते हुए गर्व हो रहा है कि हमारे पहले कार्यकाल ने ही इंसेफेलाइटिस का समाप्त कर दिया.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि क्या आयुष्मान भारत की सुविधा में उत्तर प्रदेश के लोग शामिल नहीं हैं? आपके लिए ये जाति, वोट बैंक का मुद्दा हो सकते हैं लेकिन हमारे लिए यूपी के लोग परिवार हैं. लोगों ने आपको वोट नहीं दिया, उन्होंने आपको एक बार फिर से खारिज कर दिया. 2024 में आपका खाता भी उत्तर प्रदेश में नहीं खुलने वाला है.
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