मुंबई: लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में एक बार फिर बड़े सियासी खेल के संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. एनसीपी से बगावत करने वाले अजित पवार को लेकर अब पार्टी सुप्रीमो शरद पवार ने बड़ा बयान दिया है. जिसकी वजह कांग्रेस और शिवसेना का टेंशन बढ़ गया है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि पार्टी में कोई विवाद नहीं है और अजित पवार हमारे नेता हैं.
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महाराष्ट्र के बारामती में मीडिया से बातचीत करते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने दावा करते हुए कहा कि इसमें कोई मतभेद नहीं है कि वे (अजित पवार) हमारे नेता हैं, एनसीपी में कोई विभाजन नहीं है. किसी पार्टी में फूट कैसे पड़ती है? ऐसा तब होता है जब राष्ट्रीय स्तर पर कोई बड़ा समूह पार्टी से अलग हो जाता है लेकिन आज एनसीपी में ऐसी कोई स्थिति नहीं है. हां, कुछ नेताओं ने अलग रुख अपनाया लेकिन इसे फूट नहीं कहा जा सकता. वे लोकतंत्र में ऐसा कर सकते हैं.
सुप्रिया सुले पुणे पहुंची थीं
इससे पहले कल सुप्रिया सुले एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पुणे पहुंचीं थीं. इस बीच उन्होंने कहा कि एनसीपी में कोई मतभेद नहीं है. हमारी पार्टी के कुछ नेताओं ने अलग राह पकड़ ली है. हमने इसकी शिकायत विधानसभा अध्यक्ष से भी की है. अजित पवार हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं जिन्होंने अलग राह पकड़ ली है. शरद पवार हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और जयंत पाटिल प्रदेश अध्यक्ष हैं. सुप्रिया सुले का बयान ऐसे वक्त आया है जब एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार अपने भतीजे अजित पवार की बगावत के बाद पार्टी को फिर से खड़ा करने की चुनौती से जूझ रहे हैं.
अजित पवार ने की थी बगावत
गौरतलब है कि अजित पवार ने 2 जुलाई को अपने चाचा शरद पवार से बगावत कर महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे. पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली और उनके साथ 8 एनसीपी विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली. अजित पवार ने दावा किया था कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है. इस बागवत के बाद अब पार्टी पर दावा ठोका गया है और मामला चुनाव आयोग के पास पहुंच गया है.
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