भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले पोस्टर वॉर शुरू हो गया है. बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान की फिल्म ‘जवान’ की तर्ज पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की ‘हैवान’ वाला पोस्टर जारी किया गया है. इस पोस्टर में कमलनाथ को भ्रष्टाचार का हैवान बताया गया है. इसके साथ ही पोस्टर में एक बार कोड भी दिया गया है जिसे खोलने पर ‘करप्शन नाथ’ नामक वेबसाइट खुल रही है.
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पोस्टर में किया गया दावा हिंदुओं का अपमान कांग्रेस की पहचान
इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. उससे पहले इस पोस्टर वॉर को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है. इस पोस्टर में कमलनाथ को वादाखिलाफी करने वाला नेता बताया गया है. इसके अलावा इस पोस्टर के जरिए कमलनाथ और कांग्रेस पर करारा हमला बोला गया है. पोस्टर में कहा गया है कि दुश्मन से दोस्ती और देश से गद्दारी, इसके अलावा आगे कहा गया है कि कमलनाथ दुश्मन की भाषा बोलते हैं. उन्होंने भारत की छवि खराब करने के लिए मीडिया में बयान दिया कि हमारा भारत महान नहीं बल्कि बदनाम है. उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान गलत सूचनाएं फैलाई थी. पोस्टर में आगे कहा गया है कि हिंदुओं का अपमान करना कांग्रेस की पहचान है. कमलनाथ को तुष्टिकरण का गेम प्लानर कहा गया है. उन्हें भ्रष्टाचार का घनिष्ठ मित्र कहा गया है. इस पोस्टर में यह भी कहा गया है कि 1993 से 2003 तक कांग्रेस ने मध्य प्रदेश को बर्बाद कर दिया है. कुछ पोस्टर में कमलनाथ को बेबस दिखाया गया है.
किसानों को कमलनाथ ने दिया धोखा
इसके अलावा अन्य पोस्टरों में और भी कई बातें कही गई हैं. कांग्रेस के 15 महीने के घोटाले का भी जिक्र किया गया है. कांग्रेस शासन में पिछड़े वर्ग की स्थिति खराब हो गयी थी. कांग्रेस 41 साल तक सत्ता में रही लेकिन कभी किसी पिछड़े आदिवासी को मुख्यमंत्री नहीं बनाया. पोस्टर में यह भी कहा गया है कि कांग्रेस महिलाओं के लिए ‘काल’ है.
महिलाओं के प्रति कमलनाथ की गंदी सोच है. उन्होंने महिला प्रत्याशियों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. किसानों की बात करें तो इस पोस्टर में कहा गया है कि कर्जमाफी का झूठा वादा कर किसानों को धोखा दिया गया है. ऋण माफी प्रक्रिया में 2000 करोड़ का घोटाला किया गया था. इसके अलावा इस पोस्टर में कमलनाथ और कांग्रेस पर कई तीखे हमले किए गए हैं.
इस साल के अंत में चुनाव
मध्य प्रदेश में इसी साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने एमपी में शानदार जीत हासिल की थी. कमलनाथ को राज्य का सीएम बनाया गया था. लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बगावत कर दी थी जिसकी वजह से कमलनाथ सरकार गिर गई थी. उसके बाद वह मार्च 2020 में अपने कुछ विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे. अब इस बार फिर कांग्रेस राज्य की सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है. भाजपा के खिलाफ भ्रष्टाचार, बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर कांग्रेस हमलावर है. इतना ही नहीं बीते माह राज्य सरकार के खिलाफ अफवाह फैलाने के आरोप में प्रियंका गांधी और कमलनाथ के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की थी.
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