केंद्रीय मंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर हैं, उन्होंने बिहार के मधुबनी के झंझारपुर में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बिहार सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला. उन्होंने कहा कि इस भूमि ने दुनिया में मधुबनी पेंटिंग से न केवल मिथिलांचल बल्कि देश-दुनिया में पहुंचाने का काम किया है. मैं बिहार की जनता का हृदय से धन्यवाद करना चाहता हूं. कुछ दिन पहले लालू-नीतीश ने फतवा जारी किया कि बिहार में रक्षाबंधन और जन्माष्टमी की छुट्टी नहीं होगी लेकिन इसके बाद जनता ने जो आक्रोश दिखाया मैं उसका सम्मान करता हूं.
Advertisement
Advertisement
अमित शाह ने सभी सीटों पर जीत का किया दावा
रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि 2019 के चुनाव में 40 में से 39 सीटें जीते थे. अब लोकसभा चुनाव आ रहे हैं. हम 2024 में 40 की 40 सीटें जीतेंगे. तेल और पानी कभी मिल नहीं सकते. बिहार में ऐसा ही एक गठबंधन है जेडीयू और राजद का, नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री बनने के लिए जो गठबंधन बनाया है. वह उसे भी डुबा देंगे, क्योंकि तेल पानी को प्रदूषित कर देता है.
इसके अलावा अमित शाह ने कहा कि अभी यहां लालू-नीतीश जी की सरकार चल रही है. हर रोज़ बिहार के अंदर गोलीबारी, लूट, अपहरण, पत्रकारों की हत्या, दलितों की हत्या के किस्से बढ़ते जा रहे हैं… रेलवे मंत्री रहते हुए लालू जी ने अरबों का भ्रष्टाचार किया. ये UPA नाम के साथ नहीं आ सकते इसलिए इन्होंने INDIA गठबंधन नाम रखा है, नाम कोई भी बदले यह वहीं लालू प्रसाद यादव है जिसने बिहार को सालों तक पीछे धकेलने का काम किया है.
राम मंदिर बनने पर इनके पेट में दर्द हो रहा है
ये वही लोग हैं जिन्होंने करोड़ों रुपये का घोटाला किया है. इंडिया गठबंधन के लोग रामचरित्रमानस का अपमान कर रहे हैं. कांग्रेसियों और सहयोगियों ने अब तक राम मंदिर नहीं बनने दे रहे थे. लेकिन अब जब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है तो इनके पेट में दर्द होने लगा है. बिहार में स्वार्थी गठबंधन की वजह से राज्य जंगलराज की ओर बढ़ रहा है. लालू सक्रिय हो गये हैं. नीतीश कुमार सक्रिय हो गये हैं. अब आप समझ सकते हैं कि बिहार कैसे चल रहा है.
बिहार में गठबंधन सचमुच एक ठगबंधन है
रेल मंत्री रहते हुए लालू ने करोड़ों रुपये का घोटाला किया, अब उनके खिलाफ कोर्ट में केस चल रहा है. नीतीश कुमार को लालू प्रसाद यादव द्वारा किया गया भ्रष्टाचार नजर नहीं आता. लेकिन याद रखें ये वही लालू हैं जिन्होंने बिहार को वर्षों पीछे धकेल दिया था. बिहार में गठबंधन सचमुच एक ठगबंधन है. लालू अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं. नीतीश कुमार हमेशा की तरह प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं. लेकिन नीतीश कुमार पीएम की कुर्सी खाली नहीं है, मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनने वाले हैं.
कोरोना से भी 20 गुना ज्यादा खतरनाक है निपाह वायरस, मृत्यु दर 40 से 70 फीसदी: ICMR
Advertisement