नई दिल्ली: कनाडा और भारत के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है. भारत लगातार तीसरे दिन कनाडा के खिलाफ तीसरी बड़ी कार्रवाई करते हुए कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सेवा बंद करने का ऐलान किया है. इस बीच भारत-कनाडा विवाद पर विदेश मंत्रालय ने अपना रुख साफ कर दिया है. मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हमने कनाडा सरकार को सूचित किया है कि हमारी पारस्परिक राजनयिक उपस्थिति में समानता होनी चाहिए. उनकी संख्या कनाडा में हमारी तुलना में बहुत अधिक है. मुझे लगता है कि कुछ हद तक पूर्वाग्रह है. उन्होंने(कनाडा सरकार) आरोप लगाए हैं और उन पर कार्रवाई की है. हमें ऐसा लगता है कि कनाडा सरकार के ये आरोप मुख्य रूप से राजनीति से प्रेरित हैं.
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भारत के नागरिकों को वीजा पॉलिसी से नहीं होगी दिक्कत- विदेश मंत्रालय
कनाडा में वीजा सेवाओं की मौजूदा स्थिति पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि आप कनाडा में हमारे उच्चायोग और वाणिज्य दूतावासों द्वारा सामना किए जा रहे सुरक्षा खतरों से अवगत हैं. इससे उनका सामान्य कामकाज बाधित हो गया है. हमारे उच्चायोग और वाणिज्य दूतावास अस्थायी रूप से वीज़ा आवेदनों पर काम करने में असमर्थ हैं. हम नियमित आधार पर स्थिति की समीक्षा करेंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमने सावधानी बरतने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है. हमारा वाणिज्य दूतावास वहां काम कर रहा है. हमने कहा है कि अगर उन्हें कोई समस्या आती है, तो वे हमारे वाणिज्य दूतावास से संपर्क करें. हमारी वीजा पॉलिसी से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए क्योंकि वे भारत के नागरिक हैं.
भारत ने कनाडा पर लगाया गंभीर आरोप
इसके अलावा बागची ने कनाडा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमें उपलब्ध कराई गई किसी भी विशिष्ट जानकारी पर गौर करने के लिए तैयार हैं, लेकिन अभी तक हमें कनाडा से कोई विशेष जानकारी नहीं मिली है. हमारी ओर से कनाडा में रहकर कुछ लोगों के द्वारा आपराधिक गतिविधियों के बारे में विशिष्ट सबूत कनाडा के साथ साझा किए गए हैं, लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं की गई है.
कनाडा में भारतीय वाणिज्य दूतावास में सुरक्षा बढ़ाने के सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमारा मानना है कि सुरक्षा प्रदान करना मेजबान सरकार की ज़िम्मेदारी है. कुछ जगहों पर हमारी अपनी सुरक्षा व्यवस्था भी है. लेकिन इस पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं करना ठीक नहीं है. यह उचित स्थिति नहीं है. प्रतिष्ठा को नुकसान की बात करें, अगर कोई देश है जिसे चिंता करने की ज़रूरत है, तो वह कनाडा है. जिसकी आतंकवादियों, उग्रवादियों और संगठित अपराध के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह के रूप में प्रतिष्ठा बढ़ रही है.
हम भारत में विदेशी राजनयिकों को सभी तरह की सुरक्षा प्रदान करेंगे- अरिंदम बागची
कनाडा के आरोपों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हां ये आरोप कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री मोदी के सामने उठाए थे और प्रधानमंत्री मोदी ने इन्हें खारिज कर दिया था. हम अपने दायित्वों को बहुत गंभीरता से लेते हैं. हम निश्चित रूप से भारत में विदेशी राजनयिकों को सभी तरह की सुरक्षा प्रदान करेंगे. हम कनाडा से भी उम्मीद करते हैं कि वे कनाडा में हमारे राजनयिकों के प्रति इसी तरह की संवेदनशीलता दिखाएंगे.
इसके अलावा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि कनाडा में सुरक्षित आश्रय प्रदान किया जा रहा है, हम चाहते हैं कि कनाडा सरकार ऐसा न करे और उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करे जिन पर आतंकवाद के आरोप हैं या उन्हें यहां भेजें… हमने पिछले कुछ वर्षों में 20-25 से अधिक लोगों के प्रत्यर्पण या कार्रवाई के लिए कनाडा सरकार से अनुरोध किया है. लेकिन किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली है.
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