दिल्ली: खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से भारत और कनाडा के रिश्तों में खटास आ गई है. भारत और कनाडा के बढ़ते टकराव के बीच हाल ही में एनआईए ने एक बड़ी कार्रवाई कर 19 खालिस्तानी आतंकियों की सूची जारी की थी, इसके अलावा पंजाब और चंडीगढ़ में खालिस्तानी आतंकी पन्नू की संपत्तियों को जब्त कर लिया गया था. अब सरकार एक और सख्त कार्रवाई करने के मूड में है. देश की सुरक्षा एजेंसियों को खालिस्तानी आतंकियों और गैंगस्टरों को सफाया करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
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खालिस्तानी आतंकवादियों की कमर तोड़ने के लिए एनआईए की बड़ी बैठक
पंजाब में खालिस्तानी आतंकियों पर लगाम कसने के लिए देश की सभी सुरक्षा एजेंसियां एक साथ आ गई हैं. इसके तहत खालिस्तानी गतिविधियों, आतंकी गतिविधियों, टेरर फंडिंग और गैंगस्टर्स को खत्म करने के लिए एनआईए ने 5-6 अक्टूबर को दिल्ली में एक बड़ी बैठक बुलाई है. इस बेहद अहम बैठक में एनआईए चीफ, आईबी चीफ, रॉ चीफ और राज्यों के एटीएस प्रमुख हिस्सा लेंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बैठक का मुख्य एजेंडा खालिस्तानी आतंकवादियों की कमर तोड़ना है.
इस बैठक में मजबूत रणनीति तैयार की जाएगी
बैठक में विदेशों से खालिस्तानी-आतंकवादी और गैंगस्टर गठजोड़ का मुकाबला करने के लिए मजबूत रणनीति बनाई जाएगी. बैठक में पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली एनसीआर में खालिस्तान आतंकियों को खत्म करने की पूरी प्लानिंग की जाएगी.
एनआईए की बड़ी कार्रवाई
हाल ही में कनाडा में रहने वाले हिंदूओं को धमकी देने वाले खालिस्तानी आतंकी पन्नू के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई थी. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आतंकवादी और प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उसकी संपत्तियों को जब्त कर ली थी. पंजाब में एनआईए द्वारा जब्त की गई पन्नू की संपत्ति में अमृतसर जिले में उसके पैतृक गांव में 46 कनाल कृषि संपत्ति और चंडीगढ़ के सेक्टर 15 सी में उसका घर शामिल है. ज़ब्ती का मतलब है कि पन्नू इस संपत्ति पर अधिकार का दावा नहीं कर पाएगा अब यह सरकार के अधिकार क्षेत्र में आ जाएगी. इससे पहले भी 2020 में उसकी संपत्ति जब्त की गई थी.
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