मुंबई: पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र के सरकारी अस्पतालों में मरीजों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. नांदेड़ के बाद नागपुर में महज चार दिनों में 80 मरीजों की मौत हो गई है. इस बीच इन दोनों जिलों में मरीजों की मौत की संख्या पर नजर डालें तो कुल 131 लोगों की मौत हो चुकी है. इसका जिम्मेदार कौन है यह अपने आपमें बड़ा सवाल है? अस्पताल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से उचित जवाब नहीं मिलने के बाद अब मानवाधिकार आयोग ने महाराष्ट्र सरकार को नोटिस जारी कर पूछा है कि दो जिलों में 131 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है? राज्य सरकार को इसका जवाब देने के लिए 4 हफ्ते का समय दिया गया है.
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नागपुर के दो अस्पतालों में मौत का आंकड़ा
नागपुर सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल और इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 80 मरीजों की जान जा चुकी है. इन दोनों अस्पतालों में एक से तीन अक्टूबर तक 59 मरीजों की सांसें थम चुकी हैं. इसके अलावा 4 अक्टूबर को NGMCH और IGMCH में 21 और लोगों की मौत हो गई थी. यानी सिर्फ 4 दिनों में यहां के 2 अस्पतालों में 80 मरीजों की जान चली गई है.
उद्धव ठाकरे ने राज्य सरकार पर साधा निशाना
महाराष्ट्र के सरकारी अस्पतालों में मरीजों की हो रही मौत के मामले को लेकर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि सिर्फ नांदेड़ ही नहीं अन्य जगह भी यह दुर्घटना हुई है. ये वही सिस्टम है जिसने कोविड के समय अच्छा काम किया था. उस समय मैं मुख्यमंत्री था और कई बार देश में अच्छे मुख्यमंत्री के रूप में मेरा नाम आया था, तब वो मेरा नहीं इन्हीं लोगों का गौरव था, इन्हीं लोगों ने काम किया था. लेकिन आज अचानक ऐसा क्या हो गया, ऐसी कौन सी महामारी आई है कि लगातार लोग मर रहे हैं लेकिन कोई कुछ नहीं बोल रहा है. राज्य में 2 स्वास्थ्य मंत्री हैं लेकिन कहां हैं?
नागपुर में अपनों को खोने वाले लोगों से जब मौत का कारण पूछा गया तो उन्होंने भी वही कारण बताया जो नांदेड़ जिला अस्पताल के लोगों ने बताया था. वो है सरकारी अस्पतालों में दवा की कमी, गंभीर मामलों में ऑपरेशन में देरी और मरीजों के लिए पर्याप्त बेड की कमी.
मेडिकल कॉलेज के डीन ने क्या कहा?
नागपुर सरकारी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. राज गजभिये का कहना है कि मरीजों की मौत दवा की कमी से नहीं हुई है. अस्पताल में सबकुछ ठीक है. दवाइयां भी हैं और इंतजाम भी. नांदेड़ के शंकर राव चव्हाण मेडिकल कॉलेज के डीन ने भी ऐसा ही जवाब दिया था. यहां महज 2 दिन में 31 मरीजों की मौत हो गई थी. उन्होंने अस्पताल की ओर से लापरवाही की खबरों का भी खंडन किया था. अब नांदेड़ में मरने वालों की संख्या 31 से बढ़कर 51 हो गई है.
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
नांदेड़ अस्पताल में हुई संदिग्ध मौतों के मामले में डॉ. शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डिलिवरी विभाग के डीन और डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. FIR में IPC की धारा 304 और 34 लगाई गई है. इस मामले को लेकर अस्पताल के डीन डॉ. श्यामराव वाकोड़े ने कहा कि मैंने भी सिर्फ मीडिया में देखा है कि ऐसा कोई मामला दर्ज हुआ है. लेकिन मेरे पास इस संबंध में कोई आधिकारिक कागज अभी उपलब्ध नहीं है.
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