अहमदाबाद: मोरबी झूलता ब्रिज हादसे को लेकर आज गुजरात हाई कोर्ट में सुनवाई हुई, जांच के लिए सरकार द्वारा नियुक्त एसआईटी ने कोर्ट में अपना रिपोर्ट पेश कर दिया है. इस रिपोर्ट में जांच टीम ने बताया है कि पुल गिरने के लिए ओरेवा कंपनी पूरी तरह से जिम्मेदार है. इसके अलावा कहा गया है कि पुल गिरने की घटना हादसा नहीं बल्कि हत्या है, इसलिए आरोपियों के खिलाफ धारा 302 लगाई जाए. दिवाली अवकाश के बाद हाईकोर्ट में आगे की सुनवाई होगी.
Advertisement
Advertisement
एसआईटी टीम ने पांच हजार पेज की रिपोर्ट सौंपी
मोरबी में झुलता पुल गिरने से 135 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी, गुजरात हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान याचिका दायर की थी. इस मामले में कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. इससे पहले तीन सुरक्षा गार्ड और दो टिकट चेकरों को हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है. हाईकोर्ट में आज सुनवाई के दौरान एसआईटी टीम ने पांच हजार पन्नों की रिपोर्ट पेश की. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पुल ढहने के लिए ओरेवा कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर, मैनेजर समेत लोग जिम्मेदार हैं.
पुल ढहने के लिए ओरेवा कंपनी का प्रबंधन जिम्मेदार!
रिपोर्ट में कहा गया है कि पुल पर जाने की अनुमति देने वाले लोगों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं था. पुल के उद्घाटन से पहले कोई फिटनेस रिपोर्ट तैयार नहीं की गई थी. ओरेवा कंपनी ने नगर पालिका से सलाह तक नहीं ली थी, टिकट बिक्री पर भी कोई रोक नहीं थी. रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि पुल पर सुरक्षा उपकरणों और सुरक्षाकर्मियों की कमी थी. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पुल का काम देवप्रकाश सॉल्यूशंस को दिया गया था. जिसकी विश्वसनीयता की जांच नहीं की गई थी. पुल गिरने के इस पूरे मामले में ओरेवा कंपनी ही जिम्मेदार है.
मोरबी पुल गिरने से 135 लोगों की मौत
गौरतलब है कि 30 अक्टूबर 2022 को मोरबी में झुलता पुल गिरने से 135 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे ने 1979 में मच्छू बांध आपदा की याद दिला दी थी. पुल की मरम्मत का ठेका घड़ी बनाने वाली एक कंपनी को दिया गया था, जिसकी लापरवाही से कई लोगों की जान चली गई थी. यह त्रासदी उस समय हुई जब गुजरात में विधानसभा चुनाव की तैयारी चल रही थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस त्रासदी पर दुख व्यक्त किया और तुरंत मोरबी पहुंचकर मरीजों से मिले और मृतकों के परिजनों को मुआवजे की घोषणा की. छठ पूजा के दिन पुल पर भारी भीड़ जमा होने के कारण तार टूट गया और पुल नदी में गिर गया था. हादसे के वक्त पुल पर करीब 500 लोग मौजूद थे.
अहमदाबाद: भारत-पाक मैच पर पुलिस की रहेगी पैनी नजर, जानिए कैसी है तैयारी?
Advertisement