इजराइल और फिलिस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास के बीच 7 अक्टूबर से भीषण युद्ध चल रहा है. इस बीच कई देशों ने अपने नागरिकों को वहां से निकालना शुरू कर दिया है. भारत ने इजराइल में रहने वाले भारतीयों को वापस लाने के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू करने की घोषणा की है. इसके लिए पहली फ्लाइट गुरुवार को रवाना होगी. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को इसकी जानकारी दी.
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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने लिखा, हमारे जो नागरिक इजरायल से लौटना चाहते हैं उन्हें वापस लाने के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू किया जा रहा है. विशेष चार्टर उड़ानें और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं. सरकार विदेश में अपने नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
भारतीय दूतावास की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, इजराइल में करीब 18,000 भारतीय नागरिक हैं. इनमें हीरा व्यापारी, आईटी पेशेवर और छात्रों की देखभाल के लिए नियुक्त लोग शामिल हैं. इज़राइल में भारतीय मूल के लगभग 85,000 यहूदी भी हैं, जो 50 और 60 के दशक में भारत से इज़राइल में जाकर बस गए थे.
इजराइल पर हमास के हमले के पहले दिन शनिवार को भारतीय दूतावास ने सभी भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की सलाह दी थी. दूतावास ने अपनी एडवाइजरी में कहा, ‘मौजूदा स्थिति को देखते हुए इजरायल में सभी भारतीय नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए. स्थानीय अधिकारियों की सलाह के अनुसार सुरक्षा नियमों का पालन करें. सावधानी बरतें, अनावश्यक आवाजाही से बचें और सुरक्षित स्थानों के करीब रहें.
गौरतलब है कि इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध में अब तक 3500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से करीब 1200 इजरायली नागरिक हैं. युद्ध में अब तक करीब 950 फिलिस्तीनियों की भी जान जा चुकी है. गाजा पर इजरायली हमले में संयुक्त राष्ट्र के 9 कर्मचारी भी मारे गए हैं. संयुक्त राष्ट्र ने इसकी पुष्टि की है.
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