अहमदाबाद: गुजरात में दिल के दौरे के मामलों में चिंताजनक वृद्धि हुई है. युवाओं के बीच इस तरह के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं. पिछले 24 घंटे में राज्य में 7 से ज्यादा लोगों की मौत हार्ट अटैक से हो गई है. राजकोट में ही पिछले 12 घंटों में एक शिक्षक समेत तीन लोगों की कार्डियक अरेस्ट से मौत होने की जानकारी सामने आई है. इस तरह की मौत की घटनाओं को लेकर डॉक्टरों में भी चिंता बढ़ गई है. राजकोट, अहमदाबाद, सूरत और मेहसाणा में दिल का दौरा पड़ने से मौत के मामले सामने आए हैं. पिछले 10 दिनों में दिल का दौरा पड़ने से 20 से ज्यादा लोगों की मौत होने का दावा किया गया है.
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राजकोट में पिछले 12 घंटे में तीन लोगों की मौत
मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 12 घंटों में राजकोट में 24 वर्षीय रंजीत यादव, 40 वर्षीय आशीष अकबरी और 43 वर्षीय दीपक वेकारिया की मौत हो गई. सूरत में बीती रात मुकेश गामीत नाम का युवक गरबा खेल रहा था, तभी अचानक सीने में दर्द होने से वह गिर पड़ा. जेतपुर के खजूरी गुंडाला में रहने वाले 22 साल के किशन मकवाना नाम के युवक को सीने में दर्द हुआ. इलाज मिलने से पहले ही उसकी मौत हो गई. इसी तरह अहमदाबाद शहर कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग के मंत्री 36 वर्षीय विशाल सोलंकी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है. मेहसाणा के बीजापुर के खरोद गांव में एक 65 वर्षीय व्यक्ति की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई.
छोटे बच्चों और युवा वयस्कों को भी दिल का दौरा पड़ता है
हाल के दिनों में दिल के दौरे की जो घटनाएँ सामने आई हैं, वे चिंताजनक हैं. पहले लोगों को उच्च कोलेस्ट्रॉल, मोटापा और अधिक वजन के कारण दिल का दौरा पड़ता था. लेकिन हाल ही में छोटे बच्चों और युवाओं में दिल का दौरा पड़ने और मौत की घटनाओं में वृद्धि हुई है.
सितंबर महीने में हार्ट अटैक के सबसे ज्यादा 451 मामले सामने आए
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, राजकोट में अक्टूबर के पहले हफ्ते यानी 1 से 4 अक्टूबर तक हार्ट अटैक के 63 मामले सामने आए हैं, जो चिंता का विषय बन गया है. चालू वर्ष में हार्ट अटैक के सबसे ज्यादा मामले सितंबर महीने में 451 दर्ज किये गये, और सबसे कम हार्ट अटैक के मामले जून महीने में 324 दर्ज किये गये थे. सालाना हार्ट अटैक के मामलों की बात करें तो 2021 में 2087 मामले, 2022 में 3458 मामले सामने आए हैं.
अहमदाबाद में 18% से अधिक आपातकालीन मामले दर्ज
इस साल नवरात्रि के दौरान पिछले साल की तुलना में अधिक आपातकालीन मामले सामने आए. 108 आपातकालीन सेवा द्वारा प्रतिवर्ष आंकड़ों का विश्लेषण किया जाता है. इसके मुताबिक, पिछले साल के मुकाबले इस साल गुजरात में 10 फीसदी से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. जबकि अहमदाबाद में 18 फीसदी से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. आपातकालीन मामलों में, अस्थमा रोग, हृदय रोग और दुर्घटना के मामले सबसे अधिक दर्ज किए गए हैं. राज्य में हृदय संबंधी मामलों में भी पिछले साल की तुलना में 46 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. रविवार, 22 अक्टूबर को 24 घंटों में 13 से 62 वर्ष की आयु के 12 से अधिक लोगों की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई थी. जिसमें वडोदरा में 13 साल के बच्चे समेत 2, जामनगर में तीन, राजकोट में तीन, अहमदाबाद में एक, सूरत में दो और कपडवंज में एक नाबालिग की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी.
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