खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप निज्जर की हत्या पर विवाद के करीब एक महीने बाद भारत गुरुवार से कनाडा में वीजा सेवा फिर से शुरू करेगा. इस कदम को भारत और कनाडा के बीच तनाव कम होने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है. निज्जर की हत्या में भारत सरकार के एजेंटों की संलिप्तता के कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के गंभीर आरोपों के बाद भारत ने कनाडाई लोगों के लिए वीजा सेवाएं निलंबित कर दी थी.
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ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट की गई एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि कनाडा ने हाल ही में कनाडा में भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं. सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद 26 अक्टूबर से कुछ श्रेणियों के लिए वीजा सेवाएं फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है. इस श्रेणी में प्रवेश वीज़ा, बिजनेस वीज़ा, मेडिकल वीज़ा और कॉन्फ्रेंस वीज़ा शामिल हैं. स्थिति की समीक्षा के बाद उचित समझे जाने पर आगे निर्णय लिया जाएगा.
भारत ने कनाडा में निम्नलिखित श्रेणियों के लिए वीज़ा सेवाएं फिर से शुरू कीं- प्रवेश वीज़ा, बिजनेस वीज़ा, मेडिकल वीज़ा और कॉन्फ्रेंस वीज़ा: भारतीय उच्चायोग, ओटावा pic.twitter.com/bvn5ySFqGN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 25, 2023
बयान में आगे कहा गया कि सुरक्षा के मद्देनजर, ओटावा में भारतीय उच्चायोग और टोरंटो और वैंकूवर में भारत के महावाणिज्य दूतावास को वीजा सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित करने के लिए मजबूर किया गया था. भारतीय उच्चायोग और महावाणिज्य दूतावास आपातकालीन स्थिति से निपटना जारी रखेंगे.
भारत ने कनाडा में प्रवेश वीज़ा, बिजनेस वीज़ा, मेडिकल वीज़ा और कॉन्फ्रेंस वीज़ा सेवा को एक बार फिर से बहाल कर दिया है. इस फैसले पर बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि यह कनाडा में रहने वाले भारतीयों की मांग थी क्योंकि वे समस्याओं का सामना कर रहे हैं. यह समस्या तब शुरू हुई जब कनाडा के पीएम ने बिना किसी तथ्य या सबूत के संसद के अंदर भारत पर झूठा आरोप लगाया था. हालांकि, भारतीयों की मांग पर भारत सरकार ने वीजा सेवा बहाल कर दी है. अब जो भी लोग किसी आपात स्थिति के लिए आना चाहते हैं, उनके लिए वीजा सेवा फिर से शुरू हो गई है.
भारतीय उच्चायोग की घोषणा विदेश मंत्री एस जयशंकर के उस बयान के कुछ दिनों बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कनाडा भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा में प्रगति करता है तो भारत बहुत कम समय में कनाडाई नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं शुरू करने का इरादा रखता है. जयशंकर ने कहा कि भारत द्वारा वीजा सेवाओं को निलंबित करने के पीछे मुख्य कारण कनाडा में भारतीय राजनयिकों के लिए सुरक्षा चिंताएं थीं और ओटावा भारतीय अधिकारियों के लिए एक सुरक्षित वातावरण प्रदान नहीं कर सका है. राजनयिक संबंधों पर वियना कन्वेंशन के सबसे महत्वपूर्ण बुनियादी पहलुओं में से एक राजनयिकों की सुरक्षा है.
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