हमास ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर अचानक हमला कर दिया था उसके बाद इजराइल ने युद्ध की घोषणा कर दी थी. ये जंग अब गंभीर होती जा रही है. इजराइल-हमास युद्ध रोकने के लिए बीते दिनों संयुक्त राष्ट्र में तत्काल प्रभाव से एक प्रस्ताव पारित किया गया था. लेकिन भारत सहित 45 देशों ने मतदान में भाग नहीं लिया था. इसके बाद इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भारत के रवैये को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भारत समेत कोई भी सदस्य देश इस तरह की बर्बरता बर्दाश्त नहीं करेगा.
Advertisement
Advertisement
इजराइल के प्रधानमंत्री ने 27 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र में लाए गए युद्धविराम प्रस्ताव को गंभीर रूप से त्रुटिपूर्ण बताया है.
इज़राइल शत्रुता समाप्त करने के लिए कभी सहमत नहीं होगा: नेतन्याहू
प्रस्ताव पर भारत जैसे मित्र देशों के रवैये की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि मुझे लगता है कि इस प्रस्ताव में कई खामियां थीं, और मुझे यह देखकर दुख हो रहा है कि हमारे कई मित्र इस बात पर जोर नहीं दे रहे हैं कि इजराइल में जो कुछ भी हुआ उसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए. यह कुछ ऐसा था जिसे भारत जैसा कोई भी सदस्य देश बर्दाश्त नहीं कर सकता था. इसलिए मुझे उम्मीद है कि इस तरह का प्रस्ताव दोबारा नहीं लाया जाएगा.
भारत समेत कई देशों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया
संयुक्त राष्ट्र में इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को तुरंत रोकने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया गया, हालांकि भारत समेत 45 देशों ने इस प्रस्ताव पर वोटिंग से परहेज किया था. “नागरिकों की सुरक्षा और कानूनी और मानवीय दायित्वों का समर्थन” शीर्षक वाले प्रस्ताव को भारी बहुमत से अपनाया गया, जिसमें 120 देशों ने पक्ष में मतदान किया, 14 ने विपक्ष में और 45 देशों ने मतदान नहीं किया. भारत के अलावा जो देश मतदान से दूर रहे उनमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जर्मनी, जापान, यूक्रेन और ब्रिटेन शामिल हैं.
‘फोन हैक कर रही है सरकार, Apple का अलर्ट’, विपक्षी नेताओं का चौंकाने वाला दावा
Advertisement