गांधीनगर: गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार थम गया है. पहले चरण में 89 विधानसभा सीटों पर गुरुवार एक दिसंबर को मतदान होगा, जिसके लिए 788 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. पांच साल पहले इन सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखा गया था, लेकिन इस बार स्थिति बदली हुई है. कांग्रेस और बीजेपी के अलावा आम आदमी पार्टी भी मैदान में है और लड़ाई त्रिकोणीय हो गई है.
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पहले चरण में बीजेपी-कांग्रेस और आप
गुजरात चुनाव के पहले चरण में 89 सीटों पर 788 उम्मीदवार मैदान में हैं. 70 महिला उम्मीदवार और 399 निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 89 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि आम आदमी पार्टी ने 88, बसपा ने 57 और असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन ने 6 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. इसके अलावा एक सीट पर समाजवादी पार्टी निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थन कर रही है, जबकि बीटीपी ने भी अपना उम्मीदवार खड़ा किया है.
19 जिलों की 89 सीटों पर मतदान
पहले चरण में सौराष्ट्र-कच्छ और दक्षिण गुजरात क्षेत्र समेत गुजरात के 19 जिलों की 89 सीटों पर मतदान होगा. दक्षिण गुजरात के सात जिलों में 35 और सौराष्ट्र-कच्छ के 12 जिलों में 54 सीटें हैं. राजकोट, सुरेंद्रनगर, कच्छ, मोरबी, जामनगर, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर, बोटाद, नर्मदा, भरूच, सूरत, तापी, डांग, नवसारी और वलसाड जिले की सीटों पर एक दिसंबर को मतदान होगा.
2017 में क्या थी स्थिति?
2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 68 फीसदी वोटिंग हुई थी. सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में कांग्रेस भाजपा पर भारी पड़ी थी, जबकि दक्षिण गुजरात में भाजपा ने क्लीन स्वीप किया था. 2017 के चुनाव परिणामों के अनुसार, पहले चरण की 89 सीटों में से बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस ने 39 सीटों पर जीत हासिल की थी. इसके अलावा बीटीपी को 2 और एनसीपी को 1 सीट मिली थी. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए अपनी सीट बचाना चुनौती है, जबकि आम आदमी पार्टी के पास खोने के लिए कुछ नहीं है. फिर भी वह सरकार बनाने का दावा कर रही है.
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