बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब पीने से आज 10 लोगों की मौत हो गई, मिल रही जानकारी के मुताबिक अब भी कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं. इनमें से कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है. इसके साथ ही राज्य में जहरीली शराब पीने की वजह से अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है. जिसके बाद बीजेपी ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
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बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन इस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. भाजपा विधायकों ने विरोध किया. विधान परिषद में भी भाजपा सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की, विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने पर भाजपा विधायक गेट पर ही धरने पर बैठ गए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की.
जहरीली शराब के सेवन से आज बिहार के सारण जिले में 10 और लोगों की मौत हो गयी जिससे मरने वालों की संख्या 43 हो गयी. इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. इस घटना से आक्रोशित लोगों ने संबंधित थाने का घेराव कर जमकर हंगामा किया. वहीं बीजेपी विधायकों ने विधानसभा में महागठबंधन सरकार को घेरा है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है. वहीं बिहार के बीजेपी सांसदों ने भी इस मुद्दे को लोकसभा में भी उठाया है.
सीएम नीतीश कुमार का अजीब बयान
जहरीली शराब से छपरा में लोगों की मौत को लेकर बिहार CM नीतीश कुमार ने कहा कि जहरीली शराब से शुरू से लोग मरते हैं, इससे अन्य राज्यों में भी लोग मरते हैं. लोगों को सचेत रहना चाहिए क्योंकि जब शराब बंदी है तो खराब शराब मिलेगी ही. जो शराब पियेगा वो मरेगा. इस पर पूरी तरह से एक्शन होगा. मैंने अधिकारियों को कहा है कि गरीबों को न पकड़ें जो लोग इसका व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें पकड़ें. शराब बंदी कानून से कई लोगों को फायदा हुआ है कई लोगों ने शराब छोड़ दी है.
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