सूरत: वीर नर्मद साउथ गुजरात विश्वविद्यालय में सोमवार को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया था. इस दौरान अफगानिस्तान की छात्रा रजिया मुरादी ने एमए (पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन) में गोल्ड मेडल जीतकर तालिबान को करारा जवाब दिया है. गोल्ड मेडल अपने नाम करने वाली रजिया ने कहा कि वह तालिबान को यह संदेश देना चाहती हैं कि अगर महिलाओं को मौका दिया जाए तो वे किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकती हैं.
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वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय में आयोजित 54वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में विभिन्न संकायों के विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक व मेडल प्रदान किए गए. जिसमें मूल रूप से अफगानिस्तान की रहने वाली मुरादी रजिया अली जफर ने भी शानदार कामयाबी हासिल करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया. राज्यपाल आचार्य देवव्रत के हाथों यह पदक पाकर वीर नर्मद विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ा दिया.
पदक प्राप्त करने के बाद रजिया मुरादी ने कहा, “मैं अफगानिस्तान की उन महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती हूं जो शिक्षा से वंचित हैं. मैं तालिबान को एक संदेश देना चाहता हूं कि मौका मिलने पर महिलाएं किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकती हैं.” जहां एक तरफ रजिया गोल्ड मेडल जीतने के बाद खुश हैं, वहीं दूसरी ओर उदास भी हैं उनका कहना है कि 2020 में भारत आने के बाद से वह अपने घर नहीं गई हैं. उनको तीन साल से अपने परिवार से नहीं मिल पाने का दुख है. रजिया ने कहा कि अफगानिस्तान से भारत आने के बाद उनका देश काफी बदल गया है.
गौरतलब है कि 15 अगस्त 2021 में अमेरिकी सेने की वापसी के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता में वापसी की है. अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के साथ ही काबुल एयरपोर्ट पर वहां से भागने वाले लोगों की भीड़ लग गई थी. तालिबान ने अफगानिस्तान पर पूरी तरीके से कब्जा कर लिया है. जिसकी वजह से हर गुजरते दिन के साथ स्थिति खराब होती जा रही है. सत्ता में वापसी के बाद यह देश महिलाओं और लड़कियों के लिए दुनिया में सबसे ज्यादा दमनकारी देश बन गया है. यहां की महिलाएं कई बुनियादी अधिकारों से भी वंचित हैं.
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