भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह से जब उनके इस्तीफे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह किसी के कृपा से इस पद पर नहीं हैं. बृजभूषण ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि वह शाम 5 बजे इस मुद्दे पर विस्तार से बात करेंगे.
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पिछले कुछ दिनों से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे देश के कई पदक विजेता पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह और कुछ कोचों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इसमें यौन उत्पीड़न के आरोप भी शामिल हैं. ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता विनेश फोगाट जैसे पहलवान कुश्ती महासंघ को भंग करने की मांग कर रहे हैं.
इस मामले को लेकर खिलाड़ी खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और खेल मंत्रालय के कई अधिकारियों से भी बात की है, लेकिन बृजभूषण सिंह ने आज संकेत दिया कि वह उनकी मांग को ज्यादा तवज्जो नहीं दे रहे हैं. बृजभूषण सिंह ने आज मीडिया से कहा, ”मैं किसी के रहमोकरम पर नहीं बैठा हूं. मैं चुनाव जीतने के बाद अध्यक्ष चुना गया हूं.”
जब बृजभूषण सिंह से पूछा गया कि उनके खिलाफ आंदोलन कर रहे पहलवानों ने दावा किया था कि अगर उन्होंने ‘मुंह खोला तो भूकंप आ सकता है’, बृजभूषण सिंह ने कहा, ‘अगर मैंने मुंह खोला तो सुनामी आ जाएगी.’
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर उनकी बात होने के सवाल पर कहा, “मेरी किसी से कोई बात नहीं हुई है, मैं शाम में प्रेस वार्ता करूंगा.” टीम के रुकने की व्यवस्था हम नहीं करते हैं, रुकने की व्यवस्था आयोजक करते हैं. प्रत्येक देश की टीम को अलग-अलग जगह ठहराया जाता है. जिस खिलाड़ी ने आरोप लगाया है कि दरवाज़ा खुला था तो वह खिलाड़ी उस टूर्नामेंट में नहीं थी.
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