मंबई: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत के खिलाफ नासिक में शिकायत दर्ज की गई है. संजय राउत ने यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. शिकायत के आधार पर पंचवटी पुलिस ने संजय राउत के खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
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दरअसल, रविवार (19 फरवरी) को संजय राउत ने दावा किया था कि शिवसेना पार्टी के नाम और तीर-धनुष के चुनाव चिह्न को खरीदने के लिए 2,000 करोड़ रुपये का सौदा हुआ है. इससे पहले चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को असली शिवसेना करार दिया था और उसे ‘धनुष और तीर’ चुनाव चिन्ह आवंटित किया था. जिसके बाद से नेताओं की सियासी बयानबाजी तेज हो गई है.
हालांकि, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले ग्रुप के विधायक सदा सरवनकर ने राउत के दावे को खारिज करते हुए सवाल किया, ”क्या संजय राउत कोषाध्यक्ष हैं.”महाराष्ट्र के मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता सुधीर मुनगंटीवार ने राउत पर पलटवार करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग जैसे स्वतंत्र संस्थानों को बदनाम करने की कोशिश में इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं.
कैसे शुरू हुई राजनीतिक लड़ाई?
2019 के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन तोड़ लिया था. शिवसेना ने दावा किया कि भाजपा मुख्यमंत्री पद साझा करने के अपने वादे से पीछे हट गई है. जिसके बाद उद्धव ठाकरे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के साथ महाराष्ट्र विकास अघाड़ी गठबंधन का गठन किया था, इस गठबंधन के खिलाफ एकनाथ शिंदे ने विद्रोह किया और सरकार गिरा दी. उसके बाद उन्होंने भाजपा के साथ सरकार बना चुके हैं और पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह भी अब उनके नाम हो गया है.
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