दिल्ली: आरबीआई ने 2 हजार रुपये के नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने का ऐलान कर दिया है. जिसके बाद अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया है. इस बीच आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आरबीआई का 2000 रुपये के नोट लाने का मकसद पूरा हो गया है. बढ़ती अफरा-तफरी के बीच गवर्नर दास खुद मीडिया के सामने आए और कई बातों को खुलासा कर लोगों को राहत देने की कोशिश की,
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2000 रुपए के नोट पर लिए गए फैसले को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं स्पष्ट करता हूं कि यह रिजर्व बैंक के मुद्रा प्रबंधन संचालन का एक हिस्सा है. समय-समय पर आरबीआई नोटों को वापस लेता है और नए नोट जारी करता है. हम 2000 रुपये के नोटों को संचलन से वापस ले रहे हैं लेकिन वे कानूनी निविदा के रूप में जारी हैं.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि 4 महीने का समय दिया गया है कोई जल्दबाजी की जरूरत नहीं है इसलिए आप आराम से बैंक जाए और 2000 रुपए बदलें, चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों को रोजाना जमा होने वाले 2000 रुपए के नोटों का डाटा मेंटेन करने का निर्देश दिया है. आरबीआई ने इस संबंध में 22 मई को निर्देश जारी किया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पुरानी नोट पर लगाए गए बैन को समस्या न समझें.
नोट बदलने में आ रही दिक्कतों पर रहेगी लगातार नजर: शक्तिकांत दास
शक्तिकांत दास ने कहा कि 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने का फैसला क्लीन नोट पॉलिसी के तहत लिया गया है. आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि 2000 रुपए के नोट को बदलने की पूरी तैयारी कर ली गई है. 23 मई से किसी भी बैंक में 2,000 रुपये के नोट को अन्य मूल्यवर्ग से बदलने की सीमा एक बार में 20,000 रुपये तक होगी. साथ ही उन्होंने कहा, हम नोट बदलने में आ रही दिक्कतों पर लगातार नजर रख रहे हैं.
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