बलात्कार के आरोपों के तहत हरियाणा के रोहतक स्थित सुनारिया जेल में बंद डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम को फिर से पैरोल मिल गई है. डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को 40 दिन की पैरोल मिलने के बाद हरियाणा के रोहतक जिले की सुनारिया जेल से रिहा कर दिया गया है. बलात्कार के एक मामले में दोषी ठहराया गया है. उनको मिली पैरोल को दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने हरियाणा सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
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दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने अपने पहले ट्वीट में लिखा “बलात्कारी हत्यारे राम रहीम को एक बार फिर 40 दिन की पैरोल दे दी गई है…बेशर्मी की सारी हदें पार हो चुकी हैं. देशवासी अपनी बेटियों को बचाएँ, बलात्कारी आज़ाद घूमेंगे!”
उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा “बलात्कारी हत्यारे की रिहाई हो रही है या दामाद का स्वागत हो रहा है? कितने करोड़ इसकी सुरक्षा पे खर्च होता है? जेल में क्या क्या सुविधा इसे मिलती है? सरकार में कौन कौन मंत्री इसके भक्त है?
हरियाणा सरकार ने दी सफाई
हरियाणा के जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने इस मामले को लेकर कहा कि वे एक साधारण कैदी हैं. वे पहले भी कई बार पैरोल पर जा चुके हैं. ये उनका अपना अधिकार है. हर कैदी को कुछ समय बाद पैरोल पर जाने का अधिकार होता है. उन्हें हम पैरोल नहीं देते, सक्षम अधिकारी देते हैं.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सफाई देते हुए कहा कि मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी कि राम रहीम (डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह) को पैरोल मिली है, लेकिन अगर पैरोल मिली है तो कोई प्रक्रिया के अंतर्गत मिली होगी और उसमें उनका अधिकार होगा. मैं इसमें दखल नहीं दूंगा.
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