नई दिल्ली: देश भर में महंगाई तेजी से बढ़ रही है. इस महंगाई के बीच खाने-पीने की चीजों में भी भारी इजाफा हुआ है. चावल, गेहूं, आटा और दाल सहित खाने-पीने की चीजों की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है. एक महीने में खुदरा बाजार में गेहूं और दाल के दाम क्रमश: 5 फीसदी और 4 फीसदी बढ़े हैं. पाम ऑयल को छोड़कर लगभग सभी खाद्य तेलों की कीमतों में भी इस दौरान बढ़ोतरी हुई है. इन सबके बीच सबसे ज्यादा दाम चावल के बढ़े हैं.
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गेहूं के दाम में इजाफा
एक साल पहले गेहूं के भाव 28.18 रुपये प्रति किलो था. इस साल इसकी कीमतें बढ़ी हैं. केंद्रीय खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, “हाल के महीनों में देश में गेहूं और दालों जैसी आवश्यक वस्तुओं के औसत खुदरा मूल्य में कोई तेज और निरंतर वृद्धि नहीं हुई है.” गोयल के मुताबिक, छह दिसंबर से गेहूं का औसत खुदरा मूल्य एक महीने पहले के 30.50 रुपये की तुलना में 31.90 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है.
आटा भी महंगा हो गया
गेहूं की कीमतों में हुई वृद्धि का असर अब आटे पर दिख रहा है. एक महीने पहले जो आटा 30-32 रुपये में मिल रहा था अब उसकी कीमते 40 के आसपास पहुंच गई हैं.
दाल के भाव में भी बदलाव
पिछले एक महीने में दाल की कीमतों में भी 2% की बढ़ोतरी हुई है. एक महीने पहले चना दाल का औसत भाव 110.90 रुपये प्रति किलो था, जो छह दिसंबर से 112.80 रुपये प्रति किलो पर बिक रहा है. वहीं, उड़द की दाल के भाव में भी तेजी आई है. करीब एक साल पहले उड़द दाल की कीमत 103.8 रुपये प्रति किलो थी, आज इसकी कीमत बढ़कर 112.75 रुपये प्रति किलो हो गई है.
चावल की कीमत में भारी वृद्धि
एक महीने पहले चावल के भाव 38.12 रुपये प्रति किलो थे, आज इसकी कीमत बढ़कर 38.33 रुपये प्रति किलो हो गई है.
कमर तोड़ महंगाई लोगों को रुला रही है. जहां एक तरफ दिन-ब-दिन हर चीज के दाम बढ़ते जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ केंद्र की मोदी सरकार ने जीवन जरूरत की चीजों पर जीएसटी लगाकर आम आदमियों को उनके हाल पर छोड़ दिया है. इन सबके बीच रुपया भी अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया है.
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