गांधीनगर: गुजरात सरकार ने अचानक जंत्री के दाम में 100 फीसदी की बढ़ोतरी कर लोगों को बड़ा झटका दिया है. बिल्डर और लोगों के गुस्से के बीच बीते दिनों बिल्डर्स एसोशिएशन से जुड़े लोगों ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से मुलाकात की थी. मुलाकात के बाद सीएम ने प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया था कि आम लोगों को ध्यान में रखते हुए सही निर्णय लिया जाएगा. लेकिन जंत्री को लेकर अभी तक सरकार की ओर से कोई फैसला नहीं लिया गया जिससे नाराज क्रेडाई ने नए दस्तावेजों का रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया गया है.
Advertisement
Advertisement
बिल्डरों ने दस्तावेजों का रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया
हालांकि, इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की गई है. लेकिन सभी बिल्डरों से कहा गया है कि जब तक सरकार की ओर से नया फैसला नहीं सुनाया जाता, तब तक वे नई जंत्री के मुताबिक दस्तावेज न करवाए. सरकार द्वारा जंत्री की कीमत में 100 प्रतिशत की वृद्धि के कारण लोगों और बिल्डरों को संकट का सामना करना पड़ रहा है. सरकार के फैसले के बाद सूरत के बिल्डरों ने भी दस्तावेजों की रजिस्ट्री बंद कर दी है.
जिन लोगों ने पुराने स्टाम्प ले रखे हैं, उनके दस्तावेज पंजीयन किए जा रहे हैं. सूरत बिल्डर एसोसिएशन क्रेडाई द्वारा इस संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री के साथ बैठक की गई थी. उसके बाद मुख्यमंत्री ने बिल्डरों को आश्वासन दिया कि जनहित में फैसला लिया जाएगा. लेकिन इस संबंध में अभी तक किसी फैसले की घोषणा नहीं की गई है. जिसके बाद एसोसिएशन ने फैसला लिया है कि जब तक नया निर्णय नहीं लिया जाता है नई जंत्री के भाव में कोई दस्तावेज नहीं कराया जाएगा.
अगर ऐसा होता है तो सरकार को भारी नुकसान की संभावना है, क्योंकि मकान के दस्तावेज और जीएसटी के अलावा भी कई अन्य टैक्स से सरकार की मोटी कमाई होती है. गुजरात सरकार 2011 के बाद अचानक जंत्री के दाम में 100 फीसदी की बढ़ोतरी की है. गुजरात सरकार के राजस्व विभाग ने शनिवार 4 फरवरी शाम 7 बजे के बाद अचानक एक अधिसूचना जारी कर इस वृद्धि को रविवार 5 फरवरी से लागू कर दिया था. गुजरात सरकार ने रातों-रात राज्य में जंत्री दरों को दोगुना कर दिया था. सरकार के इस फैसले से लोगों और बिल्डर लॉबी में गुस्से का माहौल दिख रहा है.
Advertisement