गांधीनगर: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण के मतदान के लिए आज से 5 दिन बाकी हैं. मतदान से पहले इस बात को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि कौन सा समुदाय किस पार्टी को वोट करेगा और कौन सा क्षेत्र किस पार्टी का गढ़ है. ऐसा ही एक सवाल है कि राज्य के शहरी मतदाता किस पार्टी को वोट देंगे? पिछले दो विधानसभा चुनावों के पैटर्न पर नजर डालें तो पता चलता है कि शहरी इलाकों के लोग बीजेपी को चुनते रहे हैं.
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शहरी सीटों पर बीजेपी का दबदबा
2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी. उस चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को 99 सीटों पर समेटकर रख दिया था, जबकि कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं. गुजरात की 73 शहरी सीटों में से कुछ पर लोगों ने कांग्रेस पर भरोसा दिखाया था. 2017 के चुनाव में 73 शहरी सीटों में से बीजेपी ने 56 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि कांग्रेस 17 सीटों पर जीत हासिल करने में सफल रही थी. कांग्रेस ने 2012 के चुनाव में 14 सीटें जीती थीं, यानी पिछले चुनाव में कांग्रेस ने 3 सीटें और जीती थीं. पार्टी को अहमदाबाद और राजकोट इलाके में यह सीट मिली थी.
नए मतदाता अहम भूमिका निभाएंगे
इस बार शहरी सीटों पर नए वोटर अहम भूमिका निभा सकते हैं. 2017 और 2022 में गुजरात में मतदाताओं की संख्या की तुलना से पता चलता है कि 20 में से 12 शहरी क्षेत्रों में विधानसभा क्षेत्र में नए मतदाताओं की संख्या में वृद्धि देखी गई है. नए वोटरों की संख्या बढ़ने से बाहर से लोग भी हो सकते हैं. इसके अलावा, पिछले कुछ वर्षों में गुजरात के शहरों में कई परियोजनाएं शुरू की गई हैं जिनमें राज्य के बुनियादी ढांचे, उद्योग और परिवहन शामिल हैं. बीजेपी इस चुनाव में वोटरों को लुभाने के लिए विकास का मुद्दा दोहराती नजर आ रही है. लेकिन कुछ भाजपा नेता वोटों को ध्रुवीकरण भी करते नजर आ जाते हैं.
अगर कांग्रेस गुजरात में सरकार बनाना चाहती है तो उसे राज्य की शहरी सीटों पर बीजेपी के दबदबे को तोड़ना होगा. गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण में 1 दिसंबर को 89 सीटों पर और दूसरे चरण में 5 दिसंबर को 93 सीटों पर मतदान होगा. मतगणना आठ दिसंबर को होगी.
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