दिल्ली/गांधीनगर: गुजरात सरकार की ओर से शुरू की गई स्टेट वाईड अटेंशन ऑन ग्रिवांसेस थ्रू एप्लीकेशन ऑफ टेक्नोलॉजी यानी स्वागत ऑनलाइन पोर्टल का 20 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी वर्चुअल शामिल हुए और इस पोर्टल के लाभार्थियों से बातचीत भी, इस पहल को 20 साल पहले अप्रैल 2003 में जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्हीं ने शुरू किया था.
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे इस बात का संतोष है कि हमने जिस उद्देश्य से स्वागत को शुरू किया था वे पूरी तरह से सफल हो रहा है. इसके जरिए लोग ना सिर्फ अपनी समस्या का हल कर पा रहे हैं बल्कि अपेन साथ- साथ सैकड़ों परिवारों की बात उठा रहे हैं.
गुजरात में स्वागत पहल के 20 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मेरा मानना है कि सरकार का व्यवहार ऐसा होना चाहिए कि सामान्य मानवी उनसे अपनी बातें साझा करें, उसे दोस्त समझे. शासन एक निर्जीव व्यवस्था नहीं है, यह जीवन से भरा है. शासन एक ऐसी व्यवस्था है जो संवेदनशील होती है. शासन लोगों के सपनों, आकांक्षाओं और संकल्पों से जुड़ा है.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि 2003 में मैंने जब स्वागत की शुरूआत की थी तब मुझे गुजरात में मुख्यमंत्री के रूप में ज्यादा समय नहीं हुआ था. उससे पहले मेरा ज्यादातर जीवन कार्यकर्ता के रूप में बीता था. कुर्सी मिलने के बाद मैंने मन में ही सोचा था कि मैं वैसा ही रहूंगा जैसा लोगों ने मुझे बनाया है, मैं कुर्सी का गुलाम नहीं बनूंगा. मैं जनता-जनार्दन के बीच रहूंगा, जनता-जनार्दन के लिए रहूंगा.
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