असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बयान पर जमकर पलटवार किया. सरमा ने गुवाहाटी में एक रैली को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल को कायर बताते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के प्रमुख की वीरता विधानसभा तक सीमित है.
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असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि केजरीवाल को वही कहना चाहिए था जो उन्होंने कुछ दिन पहले दिल्ली विधानसभा में मेरे बारे में कहा था. हिमंत बिस्वा ने कहा कि उन्होंने दिल्ली विधानसभा में मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, लेकिन मैं उन पर मुकदमा नहीं चला सकता क्योंकि वे नियमों के तहत संरक्षित हैं. मैंने उन्हें सदन के बाहर वही आरोप दोहराने की चुनौती दी है.
केजरीवाल के न्योते पर प्रतिक्रिया
केजरीवाल के न्योते पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि जब भी उनकी(अरविंद केजरीवाल) ओर से आधिकारिक पत्र आएगा मैं खाने पर चला जाऊंगा और उनसे पूछूंगा कि आप इतना झूठ कैसे बोलते हैं और यह कला आपने कहां से सीखी है? मैं बस उनके पत्र के इंतज़ार में हूं.
आमने-सामने केजरीवाल और हिमंत बिस्वा
दरअसल कुछ दिनों पहले गुवाहाटी में एक समारोह को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हिमंत बिस्वा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि असम में बेरोजगारी है, असम में पेपर लीक है… कोई बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है. पंजाब और दिल्ली में कोई पेपर लीक नहीं होता है अगर हमें असम में मौका मिलता है तो हम यहां काम करेंगे और अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे. हमने दिल्ली में 12 लाख युवाओं को रोजगार दिया.
केजरीवाल के इस बयान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पलटवार करते हुए कहा कि हमारे यहां हर गांव की हालत आपके झुग्गी-झोपड़ी से अच्छी है. दिल्ली के 60% लोग नर्क में रहते हैं, असम तो स्वर्ग है. एक एक कमरे में 20-20 लोग रहते हैं. झुग्गियों में 70% लोग रहते हैं और वहां पानी भी नहीं है, असम स्वर्ग है यहां आने के बाद लोग यहां से जाएंगे ही नहीं.
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