अहमदाबाद: दिवाली और सर्दियों की शुरुआत के साथ अहमदाबाद शहर में प्रदूषण काफी बढ़ गया है. सोमवार शाम को शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक औसतन खराब 148 रहा था. नागरिकों का मानना है कि शाम के समय हवा में घने प्रदूषण की परत होती है. जिसकी वजह से कई इलाकों में प्रदूषण बेहद खराब स्तर पर पहुंच गया है. इतना ही नहीं, बढ़ते प्रदूषण के कारण कई नागरिकों को खांसी की समस्या भी होने लगी है.
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एक ओर, सर्दियों की शुरुआत और दिवाली उत्सव के कारण सड़कों पर यातायात और भीड़ बढ़ रही है क्योंकि बड़ी संख्या में लोग खरीदारी के लिए उमड़ रहे हैं, साथ ही प्रदूषण में भी भारी बढ़ोतरी हो रही है. जो नागरिक अक्सर ट्रैफिक सिग्नलों पर दोपहिया वाहन लेकर लंबे समय तक खड़े रहते हैं, उनमें आंखों में जलन या खांसी की समस्या होने लगी है. प्रदूषण बढ़ने से बच्चों और बुजुर्गों पर भी बुरा असर पड़ सकता है. इसके चलते डॉक्टर खासतौर पर शाम के वक्त मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं. साथ ही जिन लोगों को अस्थमा जैसी सांस संबंधी बीमारी है उन्हें भी यथासंभव स्वच्छ हवा वाले वातावरण में रहने के लिए कहा जा रहा है.
शहर के कई इलाकों में वायु प्रदूषण का स्तर खराब गुणवत्ता तक पहुंच गया है. सोमवार को अहमदाबाद के अलग-अलग इलाकों में घूमा, रखियाल, रामदेवनगर, शाहीबाग, सरदार पटेल स्टेडियम, सोनी की चाली, बोपल, उस्मानपुरा, सीपीनगर-1, चांदखेड़ा समेत कई इलाकों में AQI खराब श्रेणी में दर्ज किया गया था. इससे आने वाले दिनों में अहमदाबाद की हवा दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों की तरह और भी खतरनाक होने की आशंका है.
अहमदाबाद शहर की हवा जिस तरीके से हर गुजरते दिन के साथ जहरीली होती जा रही है, उसको लेकर हर कोई चिंतित है. बीते दिनों नगर निगम ने कई निर्माणाधीम इमारतों को सील करने का आदेश दिया था. लेकिन आज भी कई इलाकों में नियमों की अनदेखी कर बिल्डिंगों का काम जारी है.
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