अहमदाबाद: जून महीने में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के तट से टकराया था. जिससे सौराष्ट्र और कच्छ समेत इलाकों में भारी नुकसान हुआ था. इसके बाद केंद्र सरकार की दो अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (IMCT) ने चक्रवात प्रभावित जिलों में हुए नुकसान का आकलन के लिए चार दिनों के लिए गुजरात के दौरे पर आई थी. इन टीमों ने तूफान प्रभावित क्षेत्रों का व्यक्तिगत दौरा कर मौके पर नुकसान का आकलन किया था. तब राज्य सरकार ने केंद्रीय टीम को बताया कि चक्रवात के कारण गुजरात को 1797.82 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. राज्य सरकार ने केंद्र से 700 करोड़ की सहायता मांगी थी लेकिन केंद्र ने अभी तक राज्य सरकार को कोई सहायता नहीं दी है.
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राज्य सरकार ने केंद्र से 700 करोड़ की सहायता मांगी थी
गुजरात विधानसभा में कार्रवाई के दौरान कांग्रेस विधायकों ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और अपराध दर में हुई वृद्धि के साथ ही साथ चक्रवाती तूफान से हुए नुकसान को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की है. कांग्रेस की महिला विधायक गेनीबेन ठाकोर ने सरकार से सवाल किया कि बिपरजॉय चक्रवात में गुजरात को हुए नुकसान को लेकर केंद्र सरकार ने राज्य को कितनी मदद की है. गेनीबेन द्वारा पूछे गए इस सवाल के जवाब में सरकार ने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र से 700 करोड़ की सहायता मांगी थी लेकिन केंद्र की ओर से अभी तक कोई सहायता नहीं दी गई है.
आठ जिलों के 443 गांवों की 19.16 लाख से ज्यादा आबादी प्रभावित
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के बाद केंद्र सरकार की दो अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीमों ने प्रभावित जिलों में नुकसान का आकलन करने के लिए चार दिनों के लिए गुजरात का दौरा किया था. गुजरात सरकार ने इस टीम के सामने चक्रवात बिपरजॉय के कारण गुजरात में हुए नुकसान के आंकड़े पेश किये थे. गुजरात में बिजली और संबंधित सेवाओं को 909 करोड़ से अधिक का नुकसान था, सड़क और बिल्डिंग विभाग को 702 करोड़ का नुकसान, बंदरगाहों और परिवहन को 72.72 करोड़ का नुकसान और कृषि को 20 करोड़ का नुकसान होने की जानकारी दी गई थी. इसके अलावा टीम को बताया गया था कि चक्रवात बिपरजॉय ने कच्छ और सौराष्ट्र के आठ जिलों के 443 गांवों की 19.16 लाख से अधिक आबादी को प्रभावित किया था.
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