अहमदाबाद: गांधीनगर में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक हुई. जिसमें फिक्स पे कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही वेतन वृद्धि की मांग पर विचार किया गया. इस बैठक में सरकार ने राज्य के फिक्स्ड सैलरी वाले कर्मचारियों को दिवाली से पहले 30 फीसदी वेतन बढ़ोतरी का तोहफा दिया है. फिक्स पे कर्मचारियों लंबे वक्त से वेतन वृद्धि की मांग कर रहे थे.
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गुजरात के फिक्स-पे कर्मचारियों ने फिक्सेशन हटाने के लिए न्यायालयीन कार्यवाही की है, सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित है. लेकिन इस बीच राज्य सरकार ने फिक्स वेतन वाले कर्मचारियों की वेतन वृद्धि की मांग को पूरा कर उनके बीच फैले असंतोष को खत्म करने की कोशिश की है. राज्य सरकार के प्रवक्ता मंत्री ऋषिकेष पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फिक्स-पे वेतन वाले कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी की जानकारी दी है.
65 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को वेतन वृद्धि का लाभ
राज्य सरकार के फैसले से 61,560 कर्मचारियों को वेतन बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा. 20 फीसदी बढ़ोतरी की अटकलों के बीच राज्य सरकार कर्मचारियों को 30 फीसदी बढ़ोतरी देने का फैसला किया है जिसकी वजह कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ उठी है. राज्य में कर्मचारियों की वेतन वृद्धि 1 अक्टूबर से लागू होगी. इससे सरकारी खजाने पर सालाना 500 करोड़ से ज्यादा का बोझ बढ़ेगा. सरकार जल्द ही इसे लेकर सर्कुलर जारी करेगी.
इस निर्णय से वर्ग-3 4400 ग्रेड वेतन वाले कर्मचारियों का मौजूदा मासिक निर्धारित वेतन 38,090 से बढ़कर 49,600 होगा. साथ ही वर्ग-3 के 4200 और 2800 ग्रेड पे वाले कर्मचारियों का मौजूदा मासिक वेतन 31,340 से बढ़कर 40,800 हो जाएगा. गुजरात सरकार फिक्स-पे पर सरकारी नौकरी देती है और यह कर्मचारी पिछले 5 साल से वेतन में वृद्धि की मांग कर रहे थे.
ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर 14 लाख रुपये की आर्थिक सहायता
इससे पहले राज्य सरकार ने संविदा कर्मचारियों के लिए बड़ा फैसला लिया था. राज्य सरकार ड्यूटी के दौरान मरने वाले संविदा कर्मचारी के आश्रितों को 14 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया था. इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने एक परिपत्र जारी किया है.
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