अहमदाबाद: गुजरात में हार्ट अटैक से युवाओं की मौत की घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि दर्ज की जा रही हैं. इस बार नवरात्रि के नौ दिनों के भीतर लगभग 36 लोगों की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है. अहमदाबाद मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टरों ने इस मुद्दे पर शोध की मांग की है. अब इस मामले में राज्य सरकार हरकत में आ गई है. सरकार ने हार्ट अटैक के कारण का पता लगाने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक समिति का गठन किया है. जिसमें यूएन मेहता और निजी अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टरों को शामिल किया गया है.
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सरकार ने कैबिनेट बैठक में लिया फैसला
राज्य सरकार ने युवाओं में दिल के दौरे की बढ़ती संख्या का कारण जानने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक समिति का गठन किया है. यूएन मेहता अस्पताल के निदेशक चिराग दोशी को समिति का प्रमुख बनाया गया है. इसके अलावा इस कमेटी में डॉ. जयेश शाह, डॉ. गजेंद्र दुबे और डॉ. पूजाबेन को शामिल किया गया है. राज्य सरकार ने कल हुई कैबिनेट बैठक में इस कमेटी के गठन का फैसला लिया था. अब इस कमेटी में शामिल डॉक्टर विश्लेषण करेंगे कि आखिर युवाओं को हार्ट अटैक क्यों आ रहा है और उनकी मौत क्यों हो रही है.
प्रदेश में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों से सरकार चिंतित
गुजरात में दिल के दौरे की घटनाओं को लेकर वित्त मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता कनुभाई देसाई ने कहा कि राज्य में दिल के दौरे के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार चिंतित है. सरकार ने इसके लिए एक कमेटी का गठन किया है. फिलहाल ऐसी चर्चाएं हैं कि कोरोना वैक्सीन की वजह से युवाओं में हार्ट अटैक की दर बढ़ रही है, जो कि पूरी तरह से गलत है. ऐसी घटनाएं सिर्फ गुजरात में ही नहीं बल्कि पूरे देश में बढ़ी हैं.
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