अहमदाबाद: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने अहमदाबाद की विशेष अदालत में याचिका दाखिल कर मांग की है कि उसे गैंगस्टर या आतंकवादी कहकर न संबोधित किया जाए. याचिका में कहा गया कि चूंकि उसके खिलाफ कोई मामला साबित नहीं हुआ है और वह छात्र संघ के समय से ही जेल में है, इसलिए उसे गैंगस्टर या आतंकवादी कहना गलत होगा. हालांकि, इस मामले में अभी तक सरकार या पुलिस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. सरकारी वकील ने 25 सितंबर तक का समय मांगा है.
Advertisement
Advertisement
कनाडा में गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनाके की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई के फेसबुक अकाउंट से ली गई थी, इस दावे को उसके वकील ने पूरी तरह से झूठा करार दिया है. लॉरेंस बिश्नोई के वकील आनंद ब्रह्मभट्ट का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई के नाम से 150 से ज्यादा फेसबुक अकाउंट हैं. वकील आनंद ब्रह्मभट्ट ने कहा कि अब 800 रुपये में अकाउंट वेरिफिकेशन कराया जा सकता है. जेल में बंद कोई व्यक्ति किसी की हत्या कैसे कर सकता है? ये सभी दावे झूठे हैं और अगर लॉरेंस को जेल में कोई अन्य सुविधा दी जा रही है तो पुलिस प्रशासन को इस बारे में आधिकारिक बयान देना चाहिए. अगर यह सच है तो ऐसे अधिकारी को निलंबित कर देना चाहिए.
भारत का भगोड़ा गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा की कनाडा में बीते दिनों गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अज्ञात हमलावरों ने सुक्खा के घर में घुसकर उसके सिर में नौ गोलियां मारी थी. इस हत्या के बाद कहा जा रहा है कि हत्या की जिम्मेदारी कनाडा से 10,570 किलोमीटर दूर दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने ली है. लॉरेंस गैंग ने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की थी. इन दोनों हत्याओं के पीछे का मकसद बिश्नोई गैंग और बंबीहा गैंग के बीच सालों से चली आ रही खूनी जंग बताई जा रही है.
अहमदाबाद के साणंद में देश के पहले सेमीकंडक्टर प्लांट की रखी गई आधारशिला
Advertisement