गांधीनगर: गृह मंत्रालय के आदेश के बाद इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रोविंस (आईएसकेपी) मॉड्यूल की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है. एनआईए ने गुजरात एटीएस से केस अपने हाथ में ले लिया है. गौरतलब है कि आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रोविंस ISKP मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए गुजरात एटीएस ने पोरबंद से 4 लोगों को गिरफ्तार किया था.
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गुजरात एटीएस ने आईएसकेपी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए उबैद नासिर मीर, हनान हयात शॉल के साथ-साथ सूरत के मोहम्मद हाजिम शाह और सुमेरा बानो को गिरफ्तार किया था. जांच में पता चला कि गिरफ्तार आरोपियों को आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए ट्रेनिंग दी जानी थी. सुमेरा बानो की शादी दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु में हुई थी. भारत सरकार के गृह मंत्रालय के आदेश के बाद जांच एनआईए को सौंप दी गई है और एनआईए ने गुजरात एटीएस से केस अपने हाथ में ले लिया है.
पोरबंदर रेलवे स्टेशन से हुई गिरफ्तारी
गुजरात एटीएस को सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रोविंस (आईएसकेपी) से जुड़े कट्टरपंथी युवक गुजरात के पोरबंदर तटीय मार्ग से भारत से बाहर जाने की योजना बना रहे हैं. यह लोग ईरान के रास्ते इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान जा रहे थे. इस सूचना के आधार पर, गुजरात एटीएस की एक टीम ने 9 जून की सुबह पोरबंदर रेलवे स्टेशन पर निगरानी रखी और इन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. हिरासत में लिए गए लोगों में उबैद नासिर मीर, हनान हयात और मोहम्मद हाजिम शाह ने खुलासा किया कि वह अपने हैंडलर अबू हमजा के कहने पर कट्टरपंथी बना था और इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रांत में शामिल हो गया था.
गुजरात के डीजीपी विकास सहाय ने एटीएस के हाथ लगी इस बड़ी कामयाबी के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा था कि गुजरात पुलिस के ATS अधिकारियों को ऐसी सूचना मिली थी कि एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविनेंस (ISKP) से जुड़े 3 आतंकवादी भारत से गुजरात होकर बाहर जाने वाले हैं. तथ्य मिलने पर फिर ATS के अधिकारियों ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में पता चला कि इसमें 2 और लोग शामिल हैं.
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