गांधीनगर: गुजरात सरकार ने इसी साल पुलों की स्थिति को लेकर नई नीति की घोषणा की थी. राज्य सरकार ने पूरे राज्य में पुलों के निरीक्षण के संबंध में दिशा-निर्देश की घोषणा की थी. सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए पुल नीति पर दिशानिर्देश जारी की है ताकि कोई बड़ी दुर्घटना न हो और वाहन चालकों को परेशानी भी न हो. इस गाइडलाइन के मुताबिक प्रदेश के सभी पुलों का साल में दो बार निरीक्षण किया जाएगा. इन सभी पुलों के निरीक्षण की पूर्ण जिम्मेदारी डिप्टी एक्जिक्यूटिव इंजीनियर की होगी.
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लेकिन इन सबके बीच बीते दिनों एक बार फिर पालनपुर में एक निर्माणाधीम पुल का स्लैब गिरने से दो लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद अब जीपीसी कंपनी के 7 डायरेक्टर और चार इंजीनियरों समेत 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इतना ही नहीं मामले की जांच DySP को सौंपी गई है.
मामले की जांच डीवाईएसपी को सौंपी गई
बनासकांठा के पालनपुर में आरटीओ सर्कल के पास एक निर्माणाधीन ओवरब्रिज के स्लैब का एक हिस्सा गिर गया, जिसमें दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई थी. इन दोनों युवकों के परिजनों की मांग थी कि वे शव तभी लेंगे जब कंपनी के इंजीनियरों और निदेशक के खिलाफ शिकायत दर्ज की जाएगी, अब जीपीसी कंपनी के 7 निदेशकों और चार इंजीनियरों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है और मामले की जांच डीवाईएसपी को सौंपी गई है.
इससे पहले भी कंपनी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी
लोगों का ब्रिज बनाने वाली जीपीसी कंपनी के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा है, इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई. गौरतलब है कि यह कंपनी पहले भी विवादों में रह चुकी है. कंपनी के खिलाफ पहले भी शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन इसी कंपनी को एक बार फिर पुल बनाने का ठेका दे दिया गया था. इससे पहले नगर निगम और AUDA ने जीपीसी कंपनी को ब्लैकलिस्टेड कर दिया था. इस हादसे के बाद अब जीपीसी कंपनी के 7 निदेशकों और चार इंजीनियरों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है और विभिन्न विभागों की जांच चल रही है और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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