गांधीनगर: गुजरात के तट की ओर बढ़ रहा चक्रवाती तूफान बिपारजोय बेहद खतरनाक रूप धारण कर चुका है. यह आज शाम 4 से 8 बजे के बीच कच्छ के तट से टकरा सकता है. इस भयंकर तूफान से पैदा हुई किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए गुजरात में एनडीआरएफ और सेना को तैनात किया गया है.
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बेहद खतरनाक चक्रवात बिपारजोय के गुजरात के तटीय शहरों के पास पहुंचने के साथ ही भारतीय सशस्त्र बलों ने लोगों को सुरक्षित बचाने के लिए अभियान शुरू कर दिया है. इसी क्रम में भारतीय नौसेना ने मानवीय सहायता और आपदा राहत से लैस चार जहाजों को तैयार कर रखा है, जिन्हें सूचना मिलते ही सुरक्षा में जोड़ दिया जाएगा. इसके अलावा सेना ने पोरबंदर और ओखा में पांच राहत दल, वलसुरा में 15 राहत दल तैनात किए हैं.
भारतीय तट रक्षक के उप महानिदेशक एम. वी. पाठक ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमने अपने जहाज बचाव और राहत कार्य के लिए बंदरगाह पर तैनात किए हैं. हमारे 3 ऑफशोर पेट्रोल वाहन, 4 फास्ट पेट्रोल वाहन, 8 इंटरसेप्टर नांव, 3 डोर्नियर, 1 ALH गुजरात में तैयार हैं. इसके अलावा 4 डोर्नियर, 4 चेतक और 1 ALH दमन में तैयार है. हमने गुजरात में 23 आपदा प्रतिक्रिया टीम तैयार की है.
एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट के मुताबिक टीमें निचले इलाकों का जायजा ले रही हैं. राहत कार्य किए जा रहे हैं. शाम 4-8 बजे तक इसका असर सबसे ज्यादा रहेगा. चक्रवात के लिए हमें अलग तरह से तैयारी करनी पड़ती है. इसमें कटिंग का काम ज्यादा होता है.
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि 47 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. लोगों को हर प्रकार की सुविधा दी जा रही है. गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसमें से 270 महिलाओं की डिलवरी हो गई है. सभी टीमें सुनिश्चित कर रही हैं कि नुकसान कम से कम हो.
चक्रवाती तूफान का सबसे ज्यादा असर कच्छ में दिखाई देगा, कच्छ के जिला कलेक्टर अमित अरोड़ा ने कहा कि पूर्वानुमान के मुताबिक आज शाम 4-5 बजे के बीच लैंडफॉल करेगा. जिला प्रशासन इसके लिए पूरी तरह से तैयार है. 47000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. 6 NDRF, 3 RPF और 2 SDRF की टीम लगाई गई है. इसके अलावा आर्मी को स्टैंड बाय पर रखा गया है.
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