नई दिल्ली: देश में पहली बार जम्मू कश्मीर में 59 लाख टन लिथियम का भंडार पाया गया है, जिसका इस्तेमाल मोबाइल-लैपटॉप और अन्य रिचार्जेबल बैटरी बनाने में किया जाता है. इसके अलावा जीएसआई ने लीथियम और गोल्ड समेत अन्य धातुओं के ब्लॉक की रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है.
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यह आवासीय जिले में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण द्वारा पहचाना गया पहली लिथियम साइट है. इलेक्ट्रिक वाहनों और मोबाइल फोन जैसे उपकरणों के लिए बैट्री में इस्तेमाल होने वाले लिथियम को दूसरे देशों से आयात किया जाता था. लेकिन अब चीन जैसे देशों पर निर्भरता कम हो जाएगी क्योंकि इसका स्टॉक अब रिहायशी जिलों में उपलब्ध है.
लिथियम एक धातु है जिसका उपयोग मोबाइल फोन, लैपटॉप, डिजिटल कैमरा और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए रिचार्जेबल बैटरी में किया जाता है. इसके अलावा इसका इस्तेमाल खिलौनों और घड़ियों के लिए भी किया जाता है. फिलहाल भारत लीथियम के लिए पूरी तरह दूसरे देशों पर निर्भर है. चीन और ऑस्ट्रेलिया दुनियाभर में लिथियम के सबसे बड़े सप्लायर हैं. लेकिन अब भारत में भी लिथियम भंडार का पता चलने के बाद भारत की इन देशों पर निर्भता कम हो जाएगी.
खान सचिव विवेक भारद्वाज ने कहा, ‘देश में पहली बार जम्मू-कश्मीर के रिहायशी इलाके में लिथियम के भंडार की खोज की गई है, चाहे वह मोबाइल फोन हो या सौर पैनल, इस महत्वपूर्ण खनिज की हर जगह जरूरत है.’ आत्मनिर्भर बनने के लिए देश के लिए महत्वपूर्ण खनिज को खोजना और संसाधित करना महत्वपूर्ण है.
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