नई दिल्ली: उद्योगपति गौतम अडानी और राहुल गांधी के भाषण पर हंगामे के कारण पांचवें दिन भी संसद की कार्यवाही नहीं हो सकी. जिसके बाद लोकसभा और राज्यसभा दोनों को सोमवार यानी 20 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. कांग्रेस का कहना है कि मोदी सरकार सदन नहीं चलने दे रही है और अडानी मामले से जनता का ध्यान भटकाना चाहती है. वहीं बीजेपी सदन में राहुल गांधी से माफी की मांग कर रही है. बजट सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च को शुरू हुआ था, लेकिन हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही एक दिन भी पूरी नहीं हो सकी. संसद के इस सत्र में अब भी 35 विधेयक लंबित हैं.
Advertisement
Advertisement
लोकसभा 5 दिन में सिर्फ 42 मिनट ही चल सकी
13 मार्च से 17 मार्च तक लोकसभा की कार्यवाही महज 42 मिनट चली, लोकसभा टीवी के आंकड़ों के मुताबिक, कार्यवाही 13 मार्च को 9 मिनट, 14 मार्च को 4 मिनट, 15 मार्च को 4 मिनट, 16 मार्च को 3.30 मिनट और 17 मार्च को केवल 22 मिनट तक चली. इस दौरान न तो सदन में किसी विधेयक पर चर्चा हो सकी और न ही प्रश्नकाल और शून्यकाल का काम हो सका. लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने स्पीकर को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि सरकार के मंत्री सदन में हंगामा कर रहे हैं और मुझे बोलने नहीं दे रहे हैं.
राज्यसभा का रिकॉर्ड अच्छा लेकिन काम नहीं हुआ
बीते 5 दिनों में राज्यसभा की कार्यवाही 55 मिनट तक चली. यदि प्रक्रिया को दैनिक आधार पर देखा जाए, तो औसत अवधि 11 मिनट थी. 13 मार्च को संसद की कार्यवाही अधिकतम 21 मिनट तक चली. इस बीच सदन के नेता पीयूष गोयल और नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी-अपनी बात रखी. खड़गे नाटू-नाटू गाने को मिला ऑस्कर अवॉर्ड को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते नजर आए, लेकिन अडानी मामले की जेपीसी जांच की मांग पर सदन में हंगामा मच गया. हंगामे को देख सभापति ने कार्यवाही स्थगित कर दी.
एक दिन में कितना खर्च होता है?
संसद की कार्यवाही सामान्यतः सप्ताह में 5 दिन चलती है. यह परंपरा है कि संसद की कार्यवाही प्रतिदिन 7 घंटे चलती है. 2018 में संसद की कार्यवाही के खर्च पर एक रिपोर्ट आई थी. हालांकि, इस रिपोर्ट को अब 5 साल हो चुके हैं और 2018 के मुकाबले महंगाई भी बढ़ी है. इस रिपोर्ट के मुताबिक संसद में एक घंटे का खर्चा 1.5 करोड़ रुपए है. यदि दैनिक आधार पर गणना की जाए तो यह लागत बढ़कर 10 करोड़ के आसपास पहुंच जाती है. संसद में एक मिनट की कार्यवाही की लागत 2.5 लाख रुपये है. संसद की कार्यवाही के दौरान सबसे अधिक खर्च सांसदों के वेतन, सत्र के दौरान सांसदों को दी जाने वाली सुविधाओं और भत्तों, सचिवालय और संसद सचिवालय के कर्मचारियों के वेतन पर होता है. रिपोर्ट के मुताबिक इन चीजों पर हर मिनट 1.60 लाख रुपए खर्च किए जाते हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन बोले-पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने का फैसला सही
Advertisement